लखीसराय (बिहार) में नक्सलियों के द्वारा श्रृंगीऋषि धाम के अपहृत पुजारी की हत्या

स्वतंत्रता के ७३ वर्ष पश्चात भी नक्सलवाद को नष्ट करना संभव न होना अभीतक के राजकर्ताओं के लिए लज्जाप्रद ! इस स्थिति को बदलने के लिए हिन्दू राष्ट्र के बिना अन्य कोई विकल्प नहीं !

लखीसराय (बिहार) – नक्सलियों ने लखीसराय से अपहृत पुजारी की हत्या की है । इस पुजारी का नाम नीरज झा है । नीरज झा २२ अगस्त को पूजा कर रहे थे, तभी नक्सलियों ने उनका अपहरण किया । उसके पश्चात उन्होंने नीरज झा के परिवारजनों से १ करोड रुपए की फिरौती मांगी । २३ अगस्त को नक्सलियों ने पुनः झा के परिवारजनों से संपर्क कर फिरौती के लिए १२ घंटे की समयसीमा देकर ‘पैसे नहीं पहुंचाए गए, तो उसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे’ की धमकी दी । इसपर झा के परिवारजनों ने नक्सलियों से बार-बार संपर्क कर उनके पास इतने पैसे न होने की बात बताई । उसके पश्चात नक्सलियों ने समझौता कर यह धनराशि २५ लाख रुपए तक नीचे लाई, ऐसा बताया गया ।

दूसरी ओर पुलिस विभाग ने नीरज झा को छुडाने हेतु ‘कोंबिंग ऑपरेशन’ किया । इसमें पुलिस विभाग ने नक्सलियों के एरिया कमांडर तथा कुख्यात नक्सली अर्जुन कोडा के विरुद्ध कार्यवाही की, साथ ही नक्सली बालेश्वर की पत्नी को भी गिरफ्तार किया । इसके कारण क्षुब्ध नक्सलियों ने झा की हत्या कर दी, ऐसा अनुमान है । नीरज झा की हत्या के पश्चात नक्सलियों ने नीरज के पिता को उनके शव का स्थान बताकर उसे ले जाने के लिए कहा । जब झा के परिवारजन वहां पहुंचे, तब वह शव इतना क्षत-विक्षत हुआ था कि झा के परिवारजन उस शव को पहचान भी नहीं पाए । कुछ समय पश्चात उस शव की पहचान हो पाई ।