लाहौर (पाकिस्तान) के प्राचीन ‘भाई तारू सिंह गुरुद्वारा’ को मस्जिद सिद्ध करने का धर्मांधों का षड्यंत्र

सिक्खों को गुरुद्वारे में प्रवेश न करने की धमकी

पाक की सहायता से भारत में खालिस्तानी आतंकवादी कार्रवाइयां करनेवाले अब मौन क्यों हैं ? वे इसका विरोध क्यों नहीं करते ? कि उन्होंने वैचारिक सुंता कर ली है ?

इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – पाक के लाहौर शहर में स्थित प्राचीन ‘भाई तारू सिंह गुरुद्वारा’ को एक मस्जिद कहकर वहां के धर्मांधों ने सिक्खों को वहां न आने की धमकी दी है । ‘देहली सिक्ख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति’ के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है । भाई तारू सिंह ने मुगल काल में धर्मांतरण का विरोध किया था । इसलिए इस गुरुद्वारे के स्थान पर उनकी हत्या कर दी गई थी । इस बलिदान के कारण सिक्ख समाज में उनका आदर किया जाता है ।

१. सिरसा ने पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान को ‘टैग’ करते हुए ट्वीट में कहा है कि, ‘यदि भाई तारू सिंह के गुरुद्वारे को कुछ भी हुआ, तो पूरे विश्‍व के सिक्ख इसे सहन नहीं करेंगे तथा उसका विरोध करेंगे ।’

२. सिरसा ने भारत सरकार को भी ‘पाक से इस विषय पर चर्चा करने के लिए आवाहन किया है कि ।