धारा ३७० हटाने के १ वर्ष पूर्ण होने की पृष्‍ठभूमि पर कश्‍मीर में आतंकवादियों द्वारा भाजपा के नेताआें को लक्ष्य करने की संभावना

इससे स्‍पष्‍ट होता है कि धारा ३७० हटाने के १ वर्ष पूर्ण होने के पश्‍चात भी अभी तक कश्‍मीर का आतंकवाद नष्‍ट नहीं हो पाया है ! पाक को नष्‍ट करने के उपरांत ही आतंकवाद नष्‍ट होगा !

श्रीनगर (जम्‍मू-कश्‍मीर) – आनेवाले ५ अगस्‍त को जम्‍मू-कश्‍मीर की विशेेष धारा ३७० हटाने का एक वर्ष पूर्ण होनेवाला है । उस पृष्‍ठभूमि पर कश्‍मीर के भाजपा नेताआें को आतंकवादियों द्वारा लक्ष्य करने की संभावना होने के कारण राज्‍य में सतर्कता की चेतावनी दी गई है । इससे पूर्व ही कश्‍मीर में आतंकवादियों ने भाजपा नेता वासीम बारी की हत्‍या कर दी थी तथा एक अन्‍य नेता का अपहरण किया गया था ।

१. विशेष पुलिस अधीक्षक इम्‍तियाज हुसैन ने इस संबंध में भाजपा के प्रवक्‍ता अल्‍ताफ ठाकुर को सतर्क किया है । ‘अल बदर’ नामक आतंकवादी संगठन के आतंकवादी पुलिस के गणवेश में आकर उन पर आक्रमण कर सकते हैं’, ऐसा बताया है । ठाकुर को इससे पूर्व ही सुरक्षा प्रदान की गई है ।

२. श्रीनगर के भाजपा के जिला अध्‍यक्ष अशोक पंडित ने भाजपा के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष अविनाश राय खन्‍ना की उपस्‍थिति में उनकी सुरक्षा के सूत्र रखे हैं । पंडित का कहना है कि, ‘गत वर्ष से मैं पुलिस-प्रशासन से सुरक्षा की मांग कर रहा हूं; परंतु अभी तक उस ओर ध्‍यान नहीं दिया गया है । भूतपूर्व राज्‍यपाल सत्‍यपाल मलिक और पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह से इस संबंध में बात हुई है; परंतु तब भी मुझे सुरक्षा प्रदान नहीं की गई है ।’ सुरक्षा के संदर्भ में भेदभाव किया जा रहा है ।(भाजपा के ही पदाधिकारी को यदि सुरक्षा नहीं मिल रही हो, तो अन्‍य लोगों की क्‍या स्‍थिति होगी, यह ध्‍यान में आता है ! – संपादक)

३. भाजपा के प्रवक्‍ता सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर अनिल गुप्‍ता ने भी कहा है कि, ‘राजनीतिक दल के कार्यकर्ताआें को सुरक्षा देने की पद्धति में पुलिस को नियम परिवर्तन करने की आवश्‍यकता है तथा सुरक्षा के लिए नियुक्‍त पुलिसकर्मी विशेष प्रशिक्षित होने चाहिए ।’