फ्‍लोरिडा (अमेरिका) के ‘कॉफी शॉप ऑफ हॉरर्स’ प्रतिष्‍ठान ने उसकी काली चाय के उत्‍पादन को दिया ‘काली का रक्‍त’ यह नाम !

हिन्‍दुआें द्वारा उत्‍पादन पीछे लेने तथा क्षमायाचना करने की मांग

संसार में कहीं भी हिन्‍दू धर्म, देवता, ग्रंथ आदि का अपमान होने पर भारत सरकार को उस पर ध्‍यान देकर उसका विरोध करना चाहिए तथा अपमान रोकने हेतु संबंधितों को बाध्‍य करना चाहिए, ऐसी हिन्‍दुआें की अपेक्षा है !

नेवाडा (अमेरिका) – ‘कॉफी शॉप ऑफ हॉरर्स’ नामक प्रतिष्‍ठान का ग्रेटर ऑरलैंडो (फ्‍लोरिडा) में मुख्‍यालय है । इस प्रतिष्‍ठान ने उसकी काली चाय के उत्‍पाद का नाम ‘ब्‍लड ऑफ काली’ (काली का रक्‍त) रखकर हिन्‍दुआें की देवी का अनादर किया है । इस पर हिन्‍दुआें ने आपत्ति उठाकर मांग की है कि यह उत्‍पाद पीछे लेकर क्षमा मांगी जाए ।
अमेरिका के हिन्‍दू धार्मिक नेता राजन जेद ने दिए हुए निवेदन में कहा है, ‘‘हिन्‍दू देवता अथवा चिन्‍ह का उपयोग व्‍यापार अथवा अन्‍य बातों के लिए करने पर हिन्‍दुआें की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैैं । ‘देवी के गले में और हाथ के आसपास हरे सांप और एक हाथ में कैंची’, ऐसा विकृत चित्रण श्रद्धालुआें को आहत करनेवाला है । ‘काली का रक्‍त’ कहकर काली चाय की बिक्री करना भी हिन्‍दुआें की श्रद्धा का अनादर है । दैवी शक्‍ति रखनेवाली श्री कालीमाता की हिन्‍दुआें द्वारा बडी भक्‍तिभाव से पूजा की जाती है । कुछ बांग्‍ला कवियों ने कालीमाता का वर्णन ‘सर्वोच्‍च देवता’ के रूप में किया है । ‘कॉफी शॉप ऑफ हॉरर्स’ और उसके मुख्‍य कार्यपालन अधिकारी क्षमा मांगें ।’’