जौनपुर (उत्तर प्रदेश) में सामान्य कारण से धर्मांधों ने हिन्दुओं के घर जला दिए

हिन्दुओं की बकरियों की आग में झुलसकर मृत्यु

  • उत्तर प्रदेश में धर्मांधों द्वारा हिन्दुओं पर बढते हुए आक्रमणों को देखते हुए ‘हिन्दू असुरक्षित हैं’, यह बात ध्यान में आती है । साथ ही किसी भी राजनीतिक दल के कार्यकाल में हिन्दुओं की रक्षा नहीं हो सकती, यह भी प्रमाणित होता है । हिन्दूबहुसंख्यक भारत में हिन्दुओं की इस दुर्दशा को बदलने हेतु अब हिन्दू राष्ट्र की स्थापना ही, एकमात्र विकल्प है !
  • धर्मांधों को कानून का तनिक भी भय न होने से वे हिन्दुओंपर बडी सहजता के आक्रमण करते हैं, साथ ही उनके घर-बार जला देते हैं । धर्मांधों को इन कृत्यों के लिए एक बार भी यदि कठोर से कठोर दंड दिया जाता, तो वे पुनः ऐसा आक्रमण करने का साहस नहीं दिखाते । ऐसा न होना अभीतक की सरकारों के लिए लज्जाप्रद !
  • गर्भवती हथिनी को विस्फोटक खिलाकर मारनेवालों के विरुद्ध बोलनेवाले कलाकार और पशुप्रेमी आदि अब बकरियों को जलाकर मारनेवाले धर्मांधों के विरुद्ध क्यों कुछ नहीं बोलते ?

जौनपुर (उत्तरप्रदेश) – यहां कुछ सामान्य कारणों से हिन्दुओं के घरों में घुसकर उनके साथ मार-पीट की और उनके घरों में आग लगा दी ।

थाना सराय ख्वाजा क्षेत्र के भदेठी गावं में करीब तेरह वर्षीय एक अन्य संप्रदाय का लडका आम के बाग में आम तोड रहा था । बाग के निकट ही एक तालाब है, जहां पर हिन्दुओं के कुछ बच्चे अपनी बकरियां चरा रहे थे । किसी सामान्य सी बात को लेकर उनमें विवाद हो गया । तब इस लडके ने अपने घर जाकर इस विवाद की सूचना दी । इसके पश्चात धर्मांधों ने हिन्दू बस्तियों में घुसकर हिन्दुओं के साथ मारपीट की । परन्तु इस मारपीट में चार धर्मांध युवक मामूली रूप से घायल हो गए । इसके बाद गांव के कुछ लोगों ने बीच-बचाव करके दोनों पक्षों में समझौता करा दिया ।

विवाद में समझौता करने के उपरांत भी धर्मांधों द्वारा आक्रमण

उसी दिन रात ९.१५ बजे धर्मांधों ने लाठियों के साथ उसी हिन्दू बस्तीपर पुनः आक्रमण किया । इस आक्रमण में अनेक हिन्दू घायल हुए । इसके अतिरिक्त धर्मांधों ने वहां के हिन्दुओं के घरों में आग लगाई, साथ ही उनके वाहन भी जला दिए । इस आग में हिन्दुओं की बकरियां झुलसकर मर गईं ।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया घटना का संज्ञान

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लिया । इस प्रकरण में नूर आलम, जावेद सिद्दिकी सहित सभी आरोपियों के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अंतर्गत कार्यवाही का आदेश दिया गया है । इसके साथ ही जिन पीडित हिन्दुओं के घर जलाए गए हैं, उन्हें ‘मुख्यमंत्री आवास योजना’ के अंतर्गत घर देने के साथ ही उन्हें आर्थिक सहायता देने के भी आदेश दिए हैं । (सरकार को इस सहायता राशि को धर्मांधों से वसूलना चाहिए ! – संपादक)

पुलिस थाने का अधिकारी भी संदेह के घेरे में !

इस घटना के पश्‍चात परिसर में पुलिसकर्मियों की नियुक्ति बढा दी गई है । घायल लोगों को जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया है । जौनपुर के जिलाधिकारी दिनेशकुमार सिंह ने बताया कि पीडित परिवारों को आर्थिक सहायता देने के साथ ही उन्हें सुरक्षा भी प्रदान की गई है । पुलिस अधीक्षक अशोककुमार सिंह ने कहा, इस प्रकरण में पुलिस थाने के अधिकारी की भूमिका की जांच करने का काम चल रहा है । वह यदि इसमें दोषी पाया गया, तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जाएगी । (इसमें यदि पुलिसकर्मी दोषी होंगे, तो सरकार को उन्हें आजीवन कारागार में डाल देना चाहिए ! – संपादक)