वैशाख कृष्ण पक्ष सप्तमी (१३ मई) को परात्पर गुरु डॉ. जयंत बाळाजी आठवलेजी ७७ वर्ष पूर्ण कर, ७८ वें वर्ष में पदार्पण कर रहे हैं । इस शुभावसर पर उनके चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम !
इस अंक में प्रकाशित अनुभूतियां, ‘जहां भाव, वहां भगवान’ इस उक्ति अनुसार साधकों की व्यक्तिगत अनुभूतियां हैं । वैसी अनूभूतियां सभी को हों, यह आवश्यक नहीं है । – संपादक