Crypto Currency : ट्रम्प परिवार के सदस्य पाकिस्तान में क्रिप्टो व्यापार को दोगुना करने की तैयारी में !

बढते क्रिप्टो व्यवसाय से आतंकवाद के लिए की जानेवाली पैसों की आपूर्ति छिपाई जा सकेगी !

(क्रिप्टो करेंसी एक आभासी मुद्रा होती है । उसे संगणकीय ‘अल्गोरिदम’ से उत्पन्न किया जाता है । इस माध्यम से किए जानेवाले लेनदेन अत्यंत गुप्त होते हैं तथा उसके लिए किसी भी बैंक से संलग्न रहने की आवश्यकता नहीं होती ।)

इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के परिवार का पाकिस्तान में चलाया जानेवाला क्रिप्टो व्यवसाय अब पाकिस्तान के फील्ड मार्शल असीम मुनीर संभालेंगे । पाकिस्तान के १७ सहस्र करोड रुपए के क्रिप्टो व्यवसाय के लिए ‘पाकिस्तान क्रिप्टो काऊंसिल’ ने ट्रम्प परिवार के सदस्यों की ‘वर्ल्ड लिबर्टी फाइनांशियल’, इस संस्था के साथ समझौता किया है । ट्रम्प के लडके तथा जमाई आनेवाले २ वर्षाें में पाकिस्तान का क्रिप्टो व्यवसाय दोगुना करेंगे । ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के उपरांत भारत-पाकिस्तान के मध्य युद्धविराम के आधार पर ट्रम्प की ओर से मुनीर को मिला यह पुरस्कार है, ऐसा माना जा रहा है ।

विशेषज्ञों को यह विश्वास है कि पाकिस्तान ‘क्रिप्टोकरेंसी’ के माध्यम से आतंकवादी गतिविधियों को धन की आपूर्ति कर ‘एफ्.ए.टी. एफ्’ की (फाइनांशियल एक्शन फोर्स की अर्थात आर्थिक कृति कार्य दल की) देखरेख प्रणाली को धोखा दे सकता है । इस पद्धति का उपयोग करने से होनेवाले लेन-देन की जांच करना कठिन होता है । इसका अनुचित लाभ उठाकर आतंकवाद के लिए उपयोग किया जानेवाला धन छिपाया जा सकता है ।

पाकिस्तान को ‘दक्षिण एशिया की क्रिप्टो राजधानी’ बनाने का ट्रम्प का विचार ?

पाकिस्तान को दक्षिण एशिया की क्रिप्टो राजधानी बनाने की ट्रम्प की योजना होने की बात कही जा रही है । विश्वस्तर पर क्रिप्टो मुद्रा को स्वीकार करने में पाकिस्तान विश्व में ९ वें स्थान पर है । वहां के न्यूनतम १० प्रतिशत लोक क्रिप्टो के उपयोगकरर्ता हैं । जनसंख्या के अनुपात में यह अनुपात दक्षिण एशिया में पहले स्थान पर है ।

अमेरिका एवं पाकिस्तान के राजनीतिक परिवारों का व्यापार में दबदबा !

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का लडका सलमान शरीफ, पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का छोटा लडका हुसैन नवाज, ट्रम्प का बडा लडका डॉनल्ड जॉन ट्रम्प (ट्रम्प ज्युनियर), दूसरा लडका एरिक ट्रम्प तथा डॉनल्ड ट्रम्प के जमाई कुशनर ट्रम्प इस व्यवसाय में निवेशक होंगे ।

संपादकीय भूमिका 

विश्व के सबसे बडे बाजार भारत को अब जिहादी आतंकवाद नष्ट करने का दावा करनेवाले अमेरिका से इसका स्पष्टीकरण मांगना चाहिए तथा उसे औद्योगिक वस्तुओं का (‘इंजिनियरिंग गुड्स’) का किया जानेवाला निर्यात रोककर पाठ पढाना चाहिए !