सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार
विज्ञान द्वारा मिली जानकारी की मर्यादा एवं सर्वाेच्च स्तर का ज्ञान देनेवाला अध्यात्मशास्त्र !
‘अध्यात्मशास्त्र में १४ विद्या और ६४ कला, अर्थात विश्व के सभी विषय होते हैं ।
विश्व के विषय में जानने संबंधी विज्ञान और अध्यात्म की क्षमता: आधुनिक विज्ञान केवल दृश्य स्वरूप के ग्रह-तारों के विषय में ही थोडी बहुत जानकारी दे सकता है । इसके विपरीत अध्यात्मशास्त्र सप्तलोक और सप्तपाताल के सूक्ष्म जगत की जानकारी देता है ।
✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ʻसनातन प्रभातʼ नियतकालिक