Muhammad Yunus : (और इनकी सुनिए…) ‘शेख हसीना को भारत में रहकर बांग्लादेश पर राजनीतिक टिप्पणी नहीं करनी चाहिए !’ – मोहम्मद यूनुस

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस का वक्तव्य !

मोहम्मद यूनुस और शेख हसीना

ढाका (बांग्लादेश) – बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने संबोधित करते हुए कहा कि शेख हसीना को तब तक अपना मुंह बंद रखना चाहिए जब तक बांगलादेश शेख हसीना के प्रत्यर्पण के लिए भारत से बात नहीं करता है ताकि दोनों देशों के बीच संबंध पहले जैसे बने रहें, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश को तनाव कम करने तथा संबंधों को और अच्छे बनाने के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता है ।यूनुस का यह भाषण १३ अगस्त को शेख हसीना के भाषण के संदर्भ में आया है । शेख हसीना ने न्याय की मांग की और कहा कि बांग्लादेश में हाल के आतंकवादी कृत्यों तथा हत्याओं में सम्मिलित लोगों की जांच की जानी चाहिए। उन्हें दंड मिलना चाहिए’, ऐसा कहा गया ।

१.  यूनुस ने शेख हसीना को राय देते हुए आगे कहा कि भारत में कोई भी शेख हसीना के मत से सहमत नहीं है । वे भारत में है। वे जो बयान देती हैं, उससे समस्याएं पैदा होती हैं।’ वे भारत में बैठकर बातें कर रही हैं, निर्देश दे रही हैं । यह किसी को पसंद नहीं है । जब तक बांग्लादेश सरकार उन्हें वापस नहीं लाना चाहती, उन्हें चुप रहना होगा ।

२.  यूनुस ने कहा कि बांग्लादेश भारत के साथ दृढ़ संबंधों को महत्व देता है; लेकिन भारत को इस सोच से बाहर निकलना होगा कि ‘शेख हसीना के बिना बांग्लादेश की स्थिति अफगानिस्तान जैसी हो जाएगी’। अवामी लीग के अलावा अन्य राजनीतिक दलों को ‘इस्लामी’ के रूप में चित्रित करना भी बंद किया जाना चाहिए। भारत को यह कहना बंद कर देना चाहिए कि देश केवल हसीना के नेतृत्व के कारण स्थिर है।

संपादकीय भूमिका 

यह वक्तव्य दिखाता है कि बांग्लादेश शेख हसीना से कैसा व्यवहार करेगा ! इस स्थिति के लिए शेख हसीना की ही त्रुटि हैं । यदि उन्होंने कड़ा निर्णय लिया होता तो आज यह स्थिति नहीं होती !