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न्यूयॉर्क (अमेरिका) – अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर हुए प्राणघातक आक्रमण में वे बाल बाल बच गए । पेनसिल्वेनिया में एक प्रचारसभा को संबोधित करते समय एक व्यक्ति ने उन पर गोली चलाई, जो के कान को स्पर्श कर गई । इस आक्रमण में ट्रम्प मामुलीरूप से घायल हुए हैं तथा इसमें २ लोगों की मृत्यु हुई है । यहां के बेथेल पार्क में रहनेवाले २० वर्षीय थॉमस मैथ्यू क्रुक्स नामक युवक ने १२० मीटर की दूरी से ट्रम्प पर निशाना साधा । आक्रमणकारी द्वारा ट्रम्प की दिशा में चलाई गई गोली केवल २ सेंटीमीटर से चूक गई, अन्यथा बडी अनहोनी हुई होती । यह घटना अमेरिकी समय के अनुसार १३ जुलाई की सायंकाल में हुई । इस घटना के कारण संपूर्ण विश्व में अमेरिका की बदनामी हुई है ।
🚨#DonaldTrump Assassination Attempt: Donald Trump narrowly escaped a firing!
🎯The bullet grazed his right ear!
🚫Failure of the U.S. intelligence agency, disgrace worldwide!
📌The 20-year-old attacker was shot dead by security guards!
The assassin harbored hatred for Trump!… pic.twitter.com/6ZryrTQg9U
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) July 14, 2024
१. इस आक्रमण के कारण अमेरिका का गुप्तचर संगठन इस गोलाबारी की संभावना का अनुमान लगाने में असफल रहा, ऐसा बताया जा रहा है । गुप्तचर संगठन को इस घटना का कोई भी पूर्वानुमान नहीं था ।
२. आक्रमण होने के उपरांत ‘सिक्रेट सर्विस’ के कमांडो ट्रम्प की ओर दौड पडे तथा उन्होंने ट्रम्प को सभी बाजुओं से घेर लिया । एक मिनट में ही ट्रम्प उठकर खडे रहे तथा उन्होंने अपने हाथ की मुट्ठी बांधते हुए अपने समर्थकों का ‘लडो, लडो, लडो !’, ऐसा आवाहन किया ।
३. ‘यू.एस्. सिक्रेट सर्विस’ के एक कमांडो ने आक्रमणकारी के सिर में गोली मारी, जिससे उसकी वही मृत्यु हुई । उस पर २०० मीटर की दूरी से गोली चलाई गई ।
४. ट्रम्प जिस स्थान से भाषण दे रहे थे, उससे १२० मीटर पर एक कारखाना है । उसकी अटारी पर आक्रमणकारी थॉमस मैथ्यू क्रुक्स छिपकर बैठा था ।
५. जिस इमारत पर आक्रमणकारी का शव मिला, वह स्थान ‘ए.जी.आर्. इंटरनैशनल’ प्रतिष्ठान का है तथा इस प्रतिष्ठान में कांच एवं प्लास्टिक से बननेवाली वस्तुओं का उत्पादन होता है ।
६. अमेरिका में किसी पूर्व राष्ट्रपति पर इस प्रकार गोलीबारी ४ दशक उपरांत हुई है । इससे पूर्व वर्ष १९८१ में रोनाल्ड रीगन की इसी प्रकार से हत्या करने का प्रयास हुआ था ।
७. अमेरिकी नियमों के अनुसार पूर्व राष्ट्रपतियों को आजीवन सुरक्षा दी जाती है ।
Yes, for sure it's a divine intervention.
Exactly 48 years ago, Donald Trump saved the Jagannath Rathayatra festival. Today, as the world celebrates the Jagannath Rathayatra festival again, Trump was attacked, and Jagannath returned the favor by saving him.
In July 1976, Donald… https://t.co/RuTX3tHQnj
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) July 14, 2024
हत्यारा ट्रम्प का करता था द्वेष !
हत्यारा क्रूक्स का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह ‘मैं रिपब्लिकंस तथा डोनाल्ड ट्रम्प का द्वेष करता हूं’, ऐसा बोलता हुआ दिखाई देता है । इसके कारण ही उन्हें यह आक्रमण किया होगा, ऐसा बताया जाता है । इस आक्रमण के पीछे क्या और कोई ‘मास्टरमाईंड’ है ?, इसकी खोज की जा रही है ।
‘ट्रम्प को रोकना’ ही डेमोक्रैटिक दल की चुनावी नीति होने से उनकी हत्या का प्रयास हुआ ! – रिपब्लिकन दल के नेता
आक्रमण के उपरांत रिपब्लिकन दल के नेताओं ने राष्ट्रपति जो बाइडेन की आलोचना की । ‘किसी भी स्थिति में ट्रम्प को राष्ट्रपति बनने से रोका जाना चाहिए’, यह डेमोक्रैटिक दल की केंद्रीभूति नीति होने से उन पर आक्रमण हुआ, ऐसा आरोप रिपब्लिकन दल के अनेक नेताओं ने किया ।
भारत आणि इस्रायलकडून निषेध !
१. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन : अमेरिका में इस प्रकार की हिंसा का कोई स्थान नहीं है । हमें इस समय एक देश के रूप में संगठित होकर इस घटना की निंदा करनी चाहिए । सरकार इस आक्रमण की ओर गंभीरता से देख रही है ।
२. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी : मेरे मित्र डोनाल्ड ट्रम्प पर हुए आक्रमण के कारण मुझे बहुत चिंता हुई । मैं इस आक्रमण की निंदा करता हूं । लोकतंत्र तथा राजनीति में इस प्रकार की हिंसा का कोई स्थान नहीं है ।
Deeply concerned by the attack on my friend, former President Donald Trump. Strongly condemn the incident. Violence has no place in politics and democracies. Wish him speedy recovery.
Our thoughts and prayers are with the family of the deceased, those injured and the American…
— Narendra Modi (@narendramodi) July 14, 2024
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू : हमें इस घटना से बडा धक्का लगा है । मैं ट्रम्प के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं ।
संपादकीय भूमिकाअन्य समय पर भारत का लोकतंत्र संकट में होने का ढिंढोरा पीटनेवाली अमेरिका पहले अपने देश का लोकतंत्र कितना सुरक्षित है, इसे जान ले ! |