‘फेडेक्स कॉलर’ अथवा अन्य प्रकार के चल-दूरभाष संपर्क से आर्थिक धोखाधडी टालने हेतु सावधान कैसे रहें ?

साधकों के लिए सूचना तथा पाठक, शुभचिंतक एवं धर्मप्रेमियों से अनुरोध !

वर्तमान में अनेक लोगों को असामाजिक तत्त्वों से चल-दूरभाष (मोबाइल) पर ऐसा कहते हुए कि ‘मैं सीमा शुल्क (कस्टम) अधिकारी बोल रहा हूं’ और पूछताछ के नाम पर धमकाकर मानसिक दमन कर लाखों रुपए लूटे जाते हैं । हमारे  साथ धोखाधडी न हो इसलिए क्या सावधानी रखें इस विषय में आगे दिया है ।

१.  धोखाधडी की पद्धति

१ अ. प्रथम संपर्क करना : हमारे चल-दूरभाष पर रेकॉर्ड किया हुआ संदेश आता है । इसपर हमें अधिक जानकारी हेतु चल-दूरभाष में कोई आंकडा (बटन) दबाने के लिए कहा जाता है ।

१ आ. व्यक्तिगत संपर्क : एक व्यक्ति का यह कहते हुए हमें कॉल आता है, ‘मैं सीमा शुल्क अधिकारी हूं । आपके नाम पर एक संदेहास्पद पार्सल आया है । उसमें गैरकानूनी सामग्री होने के कारण हमने उसे नियंत्रण में ले लिया है ।’ इसी प्रकार से अन्य सरकारी विभाग का अधिकारी बताकर कॉल आते हैं कि ‘आपके नाम पर अनेक फर्जी पारपत्र (पासपोर्ट) बनाए गए हैं, आपके इस संपर्क क्रमांक पर अपराध प्रविष्ट हैं’ इत्यादि ।

१ इ. जानकारी इकट्ठा करना : अपने आपको ‘अधिकारी’ बतानेवाला व्यक्ति कभी मीठी-मीठी बातें कर, तो कभी डरा-धमकाकर हमसे हमारे बैंक के लेन-देन के विषय में पूछता है और हमसे पासवर्ड भी (संकेतांक) मांगता है ।

१ ई. धमकाना : वे हमें व्यक्तिगत जानकारी देने के विषय में पूछते हैं और धमकाते हैं कि ‘आपकी पूछताछ करनी है, इसलिए आपको अन्य राज्य में आना पडेगा !’

२.  इससे अपना बचाव कैसे करें ?

२ अ. शांत रहें : कोई यदि ऐसी जानकारी मांग रहा है, तो शांत रहें । उसे कोई भी जानकारी न दें ।

२ आ. प्रमाण देने का अनुरोध करें : हमारे नाम से आए जिस कथित संदेहजनक पार्सल का उल्लेख किया जा रहा है, उसका छायाचित्र मांगें ।

२ इ. इस प्रकार धोखाधडी के उद्देश्य से किया गया कॉल आने पर उसे तत्काल डिस्कनेक्ट (बंद) करें !

२ ई. शिकायत करें : इस विषय में अपने निकटतम पुलिस थाने में शिकायत प्रविष्ट करवाएं ।

३.  महत्त्वपूर्ण सूत्र

३ अ. कानूनी रूप से दूरभाष अथवा चल-दूरभाष पर किसी अधिकारी को अपनी व्यक्तिगत जानकारी देना अनिवार्य नहीं है । हम चल-दूरभाष पर ऐसी जानकारी देने के लिए मना कर सकते हैं ।

३ आ. किसी भी प्रकार की पूछताछ हेतु हमें दूसरे राज्य के पुलिस थाने में जाना बंधनकारक नहीं है ।

४.  ध्यान में रखिए …

४ अ. कोई भी सरकारी अधिकारी चल-दूरभाष पर आपकी जानकारी नहीं पूछता । किसी भी प्रकार की पूछताछ होने से पहले लिखितस्वरूप में सूचना देकर पूछताछ व्यक्ति के घर, कार्यालय अथवा पुलिस थाने में ही की जा सकती है ।

४ आ. किसी भी अपराध के लिए तुरंत ही बिना निश्चिति किए ऑनलाइन दंड (जुर्माने) के पैसे न भरें ।

४ इ. ऐसे प्रसंग में फर्जी अधिकारी वीडियो कॉल शुरू रखकर पूछताछ का आग्रह करते हैं । किसी भी स्थिति में उनके दबाव में न आएं और दृृढता से उन्हें मना कर दें । किसी भी कानून के अंतर्गत ‘ऑनलाइन’ अथवा ‘वीडियो कॉल’ के माध्यम से पूछताछ करने का कोई प्रावधान नहीं है ।

सतर्क रहें और धोखाधडी से बचें !

प्रशासन एवं प्रसारमाध्यमों द्वारा समाज को सावधान करते हुए भी समाज में ऐसी धोखाधडी की घटनाएं बढती ही जा रही हैं; इसलिए इस विषय में सतर्क रहना आवश्यक है । १५ जून २०२४ को दैनिक‘सनातन प्रभात’ में ‘फेडेक्स घोटाला’ किस प्रकार होता है और उससे लोगों के साथ कैसे धोखाधडी हो रही है’, इसकी विस्तृत जानकारीप्रकाशित की गई है । यह चौखट निम्नांकित लिंक पर उपलब्ध है ।
https://sanatanprabhat.org/hindi/101659.html