सरल साधनामार्ग उपलब्ध करानेवाले गुरुदेवजी के प्रति अपने भीतर कृतज्ञभाव जागृत कीजिए !

इस चैतन्यदायी भारतभूमि को ईश्‍वरप्राप्ति हेतु धूप-वर्षा आदि में से किसी भी बाधा की चिंता किए बिना कठोर तपस्या करनेवाले ऋषि-मुनियों की परंपरा प्राप्त है ।