सनातन प्रभात > Post Type > सुविचार > सीखने की वृत्ति का लाभ ! सीखने की वृत्ति का लाभ ! 18 Mar 2025 | 09:21 AM Share this on :TwitterFacebookWhatsapp सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी ‘सदैव सीखने की स्थिति में रहना चाहिए, इससे हमें अन्यों के दृष्टिकोण भी समझ में आते हैं।’ ✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ʻसनातन प्रभातʼ नियतकालिक Share this on :TwitterFacebookWhatsapp नूतन लेख Sanatan Rashtra Shankhnad Mahotsav : गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के करकमलों से ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ की वेबसाइट का उद्घाटन !परीक्षा में मिले अंकों की तुलना में साधना के कारण निर्माण हुए सद्गुण महत्वपूर्ण !सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचारहिन्दू राष्ट्र के उद्गाता सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी का अलौलिक चरित्रसच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी की साधना का आरंभ, गुरुप्राप्ति एवं आदर्श गुरुसेवकसाधकों की शंकाओं का समाधान कर उन्हें साधना के लिए प्रोत्साहित करनेवाले परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी का अमूल्य मार्गदर्शन !