कनाडा में युवक द्वारा मुसलमान परिवार को ट्रक के नीचे कुचलने से चारों की मृत्यु
कनाडा के ओंटारियो प्रांत में ६ जून के दिन एक मुसलमान परिवार को ट्रक के नीचे कुचला गया । इसमें ४ लोगों की मृत्यु हो गई, तो ९ वर्ष का एक लडका गंभीर रुप से घायल हो गया है ।
कनाडा के ओंटारियो प्रांत में ६ जून के दिन एक मुसलमान परिवार को ट्रक के नीचे कुचला गया । इसमें ४ लोगों की मृत्यु हो गई, तो ९ वर्ष का एक लडका गंभीर रुप से घायल हो गया है ।
संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद विरोधी तंत्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि, अल कायदा के अधिकांश कट्टर आतंकवादी अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान की सीमा से लगे क्षेत्र में छिपे हुए हैं ।
चीन से संपूर्ण विश्व को ७ लाख ३० सहस्र ३९५ अरब रुपये हानि भरपाई देने की मांग ! वॉशिंग्टन (अमेरिका) – चीन के वुहान स्थित प्रयोगशाला से ही कोरोना की उत्पत्ति होने के विषय में मैंने जो बताया था, वही सत्य साबित हो रहा है । अब प्रत्येक व्यक्ति यही बता रहा है । मेरे … Read more
अटार्क्टिका से स्पेन के माजोर बंदरगाह तक बर्फ का एक विशाल टुकडा पानी में गिरा है । उपग्रह और हवाई जहाज द्वारा लिए छायाचित्र में यह दृश्य दिखाई दिया । यह विश्व का अबतक का सबसे महाकाय बर्फ का टुकडा है, ऐसा बताया जा रहा है । पिछले वर्ष भी अँटार्क्टिका में बर्फ का एक बडा टुकडा पिघल गया था ।
दुनिया भर के देशों को वैक्सीन उत्पादन में भारत की सहायता करनी चाहिए या भारत को अधिक से अधिक टीके दान करने चाहिए । जिस प्रकार से चीन ने एक वर्ष पहले कोरोना के लिए अस्पतालों का निर्माण किया था, उसका अनुकरण भारत को करना चाहिए । भारत को यह करना ही होगा ।
अमेरिका में सबसे बडी तेल पाइपलाइन पर साइबर हमले के बाद प्रशासन ने आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है ।
वॉशिंगटन (यूएसए) – “हम भारत के अनुरोध को स्वीकार करने के पहले अपने नागरिकों को अधिक प्राथमिकता देंगे । हमारे ऊपर अमेरिकी नागरिकों की विशेष जिम्मेदारी है”,
वाशिंगटन (यू.एस.ए.) – यू.एस. नेशनल इंटेलिजेंस काउंसिल ने कहा है कि, ‘वर्ष २०२५ तक भारत और पाकिस्तान के बीच एक बडा युद्ध छिड सकता है ।’ संगठन ने अमेरिकी सरकार को एक ‘ग्लोबल ट्रेंड्स रिपोर्ट’ सौंपी है ।
न्यूजर्सी (अमरिका ) – न्यूयॉर्क में शालाओं में ‘स्वस्तिक’, यह घृणा एवं असहिष्णुता के प्रतीक के रूप में पढाया जाए, ऐसी मांग करने वाला एक विधेयक अमरिकी संसद में प्रस्तुत किया गया था । वह विधेयक अंततः हिंदुओं, जैन एवं बौद्धों के विरोध के कारण वापस ले लिया गया ।