हलाल प्रमाणीकरण का मामला
(मौलाना अर्थात इस्लाम का अध्ययन करनेवाला)
लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) – उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कृति दल ने हलाल प्रमाणपत्रों का बंटवारा करने के मामले में ‘जमियत उलेमा-ए-हिंद’ के अध्यक्ष और ‘हलाल फाऊंडेशन ऑफ इंडिया’ के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद हुसैन मदनी की पूछताछ की । मदनी ने उन्हें पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देने के लिए समय मांगा है । इसके पहले १३ फरवरी को लक्ष्मणपुरी पुलिस ने ‘हलाल कौन्सिल ऑफ इंडिया’ के ४ पदाधिकारियों को उचित नमुना अथवा परीक्षण किए बिना ही प्रतिष्ठानों को बनावटी हलाल प्रमाणपत्र देने के कारण बंदी बनाया था ।
Maulana Mahmood Asad Madani, President of the Jamiat Ulema-e-Hind & Halal Foundation of India, is being interrogated by the #UttarPradesh Police regarding the distribution of #Halal certificates
Madani however has requested for time to adequately answer the questions put forth… pic.twitter.com/6kGAbLx4lL
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) February 22, 2024
हलाल प्रमाणपत्र के मामले में २५ जनवरी को सर्वोच्च न्यायालय ने हलाल-प्रमाणित उत्पाद प्रतिबंधित करने संबंधी प्रविष्ट अपराधिक अभियोग के संदर्भ में महमूद मदनी और अन्यों के विरुद्ध किसी भी कार्यवाही से सुरक्षा प्रदान की थी । उत्तर प्रदेश सरकार ने हलाल प्रमाणित उत्पादों का उत्पादन, बिक्री, संग्रह और वितरण को प्रतिबंधित किया था, इसलिए इसे चुनौति देनेवाली याचिकाएं प्रविष्ट की गईं । इन याचिकाओं को लेकर न्यायालय ने सरकार को नोटीस भी भेजा था । इन याचिकाओं में हलाल पर प्रतिबंध लानेवाली अधिसूचना निरस्त करने की मांग की गई है ।