Maldives Tourism Condemns Comments : मालदीव के पर्यटन विभाग के ओर से भी उनकी मंत्रियों के वक्तव्यों की निंदा !

भारत ने अभीतक मालदीव की जो सहायता की है, उसके लिए व्यक्त किया आभार !

माले (मालदीव) – ‘मालदीव एसोसिएशन ऑफ टुरिजम इंडस्ट्री’ने मालदीव के मंत्रियों द्वारा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किए गए अनादर के प्रकरण पर ज्ञापन प्रकाशित कर इन मंत्रियों के वक्तव्यों की निंदा की है, साथ ही भारत ने अभीतक मालदीव की जो सहायता की है, उसके लिए आभार भी व्यक्त किया है ।

भारत के साथ संबंधों पर नकारात्मक परिणाम होने से स्वयं को दूर रखेंगे !

इस संगठन ने कहा है कि भारत हमारा पडोसी एवं मित्रदेश है । हमारे संपूर्ण इतिहास में अनेक संकटों में भारत ने सबसे पहले हमारी पुकार सुनी है । भारत सरकार तथा भारतीय नागरिकों द्वारा हमारे साथ संजोए गए घनिष्ठ संबंधों के लिए हम भारत के सदैव आभारी रहेंगे । मालदीव के पर्यटन उद्योग में भारत का बडा एवं सातत्यपूर्ण योगदान है । कोरोना काल में लगाए गए प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के उपरांत हमने पर्यटकों के लिए हमारे देश के द्वारा खोले । उसके उपरांत मालदीव के पर्यटन उद्योग में भारत ने बडा योगदान दिया है । भारत मालदीव के लिए प्रमुख बाजार के रूप में शाश्वत है । इन दोनों राष्ट्रों के मध्य घनिष्ठ मित्रता के संबंध इसके आगे भी शाश्वत रहेंगे, यह हमारी प्रामाणिक इच्छा है । उसके कारण ही इसके आगे हमारे संबंधों पर किसी प्रकार का नकारात्मक परिणाम होगा, ऐसी कृतियां तथा वक्तव्यों से हम दूर रहेंगे ।

भारतीयों के दबाव का परिणाम !

प्रधानमंत्री मोदी की अनादरपूर्ण आलोचना किए जाने के उपरांत भारतीय नागरिकों की ओर से मालदीव का बहिष्कार करने का, साथ ही पर्यटन हेतु मालदीव न जाने का आवाहन किया जा रहा है । इसके कारण सहस्रों नागरिकों ने मालदीव जाना रद्द किया है । इसके परिणामस्वरूप मालदीव के पर्यटन उद्योग को बडी हानि पहुंचनेवाली है । उसके कारण ही मालदीव के पर्यटन विभाग ने आत्मसमर्पण किया है, ऐसा दिखाई दे रहा है ।