ओटावा (कनाडा) – भारत-कनाडा संबंध सितंबर की अपेक्षा अच्छे हैं । भारत की प्रमुख चिंता यह है कि कुछ कनाडाई नागरिक उसकी धरती का उपयोग भारत में आतंकवाद का प्रसार करने के लिए कर रहे हैं । कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा ने यहां एक समाचार वाहिनी को दिए साक्षात्कार में कहा, भारतीय राजनयिकों एवं अन्य अधिकारियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है ।
वर्मा ने कहा कि भारत एवं कनाडा संबंधों को योग्य बनाने के साथ-साथ एक-दूसरे के देशों में राजनयिक उपस्थिति बढाने के लिए भी काम कर रहे हैं । भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए ई-वीजा सेवा पुनः प्रारंभ कर दी है ।
Indian High Commissioner says Canada-India relations are improving and the decision to remove immunity of Canadian diplomats was in part due to “emotional elements.”
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— CTV Question Period (@ctvqp) November 25, 2023
कनाडा को साक्ष्य प्रस्तुत करना चाहिए !
किसी भी प्रकार का अन्वेषण किए बिना खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगा दिया गया । क्या यह विधि संगत राज का द्योतक है ? इन सबके उपरांत भारत से जांच में सहयोग करने को कहा गया । एक प्रश्न के उत्तर में संजय वर्मा ने कहा कि भारत ने सदैव कहा है कि यदि कनाडा के पास किसी भी प्रकार के साक्ष्य हैं तो वे प्रस्तुत किए जाने चाहिए ।
भारत सरकार ने खालिस्तानी आतंकियों के विरुद्ध कनाडा को अनेक प्रलेख दिए हैं । इस अवधि में वर्मा ने कहा कि इस बात के साक्ष्य उपलब्ध हैं, कि उसने भारत एवं कनाडा में अपराध किए हैं । (एक ओर निज्जर हत्याकांड के लिए भारत को दोषी ठहराना तो दूसरी ओर खालिस्तानियों को संरक्षण देना, कनाडा सरकार दोहरी मानसिकता वाली नीति अपनाती है ! – संपादक)
संपादकीय भूमिकावर्मा किस आधार पर ऐसा बयान दे रहे हैं ? खालिस्तानी हिन्दू मंदिरों को घेर रहे हैं, मंदिरों पर हमले की धमकी दे रहे हैं और फिर भी कनाडा उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है ? ऐसे में |