मां के गर्भाशय में भ्रूण के हृदय की शल्य चिकित्सा करने में चिकित्सक( डाॅ. ) सफल !

देहली – यहां के एम्स चिकित्सालय के आधुनिक शल्य चिकित्सकों ने एक महिला के गर्भाशय में उसके बच्चे के हृदय की शल्य चिकित्सा करने में सफलता पाई है । शस्त्रक्रिया के उपरांत माता एवं बच्चा दोनों सुरक्षित हैं ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार  इस महिला का अब तक तीन बार गर्भपात हो चुका है। इस महिला की पुन: गर्भधारणा तो हुई किन्तु आधुनिक चिकित्सकों ने उसके गर्भ में बढ रहे बच्चे के हृदय में कुछ समस्याएं देखीं । उन्होंने त्वरित संबंधित महिला व उसके पति को सूचना दी । उस समय महिला ने भ्रूण को रखने का निर्णय लिया एवं आधुनिक चिकित्सकों को आगे की चिकित्सा प्रक्रियाओं को करने की अनुमति दी । यह शल्यचिकित्सा  ‘डिजिटल’ स्वरूप की है और इसे ‘बलूक डाइलेशन’ कहा जाता है । आधुनिक चिकित्सकों  का कहना है कि ऐसी प्रक्रियाएं बहुत जटिल होती हैं । जिसमें भ्रूण के जीवन को भी धोखा बना रहता  है।