रूस द्वारा विशेष विशेषाधिकार प्राप्त कूटनीति का सहकारी अधिकार प्राप्त करनेवाला एकमात्र देश भारत !

रूस के विदेशमंत्री द्वारा भारत की प्रशंसा !

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और भारत के विदेशमंत्री डॉ. एस. जयशंकर

नई देहली – रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भारत की प्रशंसा करते हुए कहा ‘चीन एवं भारत से हमारे संबंध अच्छे हैं । भारत से संबंधों के विषय में रूस ने उसको विशेष विशेषाधिकार प्राप्त कूटनीति का सहकारी अधिकार दिया है । यह अधिकृत अधिकार है । मुझे नहीं लगता कि हमने ऐसा अधिकृत अधिकार किसी अन्य को दिया होगा । भारत आने के उपरांत वे जी-२० देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में ‍वार्ताकारों से बोल रहे थे ।

भारत, चीन एवं रूस किसी भी देश के विरुद्ध षड्यंत्र नहीं करते !

‍विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने आगे कहा कि हम भारत एवं चीन इन दो महान देशों के मित्र हैं । हमारे विदेश मंत्री ने इससे पूर्व ही भारत, चीन एवं रूस का त्रिकोण बनाने का प्रयास किया है । इसका परिणाम यह है कि ब्रिक्स परिषद की स्थापना हुई है । हम तीनों जितना मिलेंगे, हमारे संबंध उतने ही दृढ बनेंगे । हम कभी भी किसी भी देश के विरुद्ध षड्यंत्र करने में सहभागी नहीं होते; परंतु दुर्भाग्य से कुछ अन्य देश तथाकथित इंडो-पेसिफिक कूटनीति के अंतर्गत क्वाड का (भारत, अमेरिका, जापान एवं ऑस्ट्रेलिया का संगठन) प्रयोग कर रहे हैं । आज क्वाड का प्रयोग आर्थिक उद्देश्य के लिए नहीं, अपितु सैन्यीकरण के लिए किया जा रहा है । अमेरिका के मित्रों द्वारा प्रसारित किए जानेवाले विचार एशिया शिखर सम्मेलन को समाप्त करने के उद्देश्य से हैं । इसका अर्थ है कि चीन एवं रूस को छोडकर एशिया का शिखर सम्मेलन किया गया है ।

जेलेंस्की से प्रश्‍न क्यों नहीं पूछते ?

सर्गेई ने रूस एवं यूक्रेन के मध्य हो रहे युद्ध के विषय में कहा कि प्रत्येक ‍व्यक्ति पूछ रहा है, क्या रूस चर्चा के लिए तैयार है ? परंतु कोई जेलेंस्की को नहीं पूछता कि क्या आप कभी रूस से चर्चा करेंगे ? गत वर्ष जेलेंस्की ने एक कागद पर हस्ताक्षर किए । उसमें लिखा था कि जब तक पुतिन हैं, तबतक रूस के साथ चर्चा करना अपराध है ।