देवबंद – उत्तर प्रदेश में चल रहे मदरसा सर्वेक्षण के संदर्भ में इस्लामिक शिक्षा के प्रमुख केंद्र दारुल उलूम देवबंद की महत्त्वपूर्ण बैठक कुछ समय पूर्व ही संपन्न हुई । इस बैठक में दारुल उलूम देवबंद ने सरकार की मदरसा सर्वेक्षण प्रक्रिया का समर्थन किया है । इसके पश्चात यह अपेक्षा है कि उत्तर प्रदेश के मदरसा सर्वेक्षण के संदर्भ में राजनीति न्यून (कम) होगी । दारुल उलूम ने बैठक में स्पष्ट किया है कि सरकारी जमीन पर बने मदरसे अवैध हैं ।
Watch | जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी Exclusive
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— ABP News (@ABPNews) September 18, 2022
१. मदरसा सर्वेक्षण संदर्भ में हुई बैठक के पश्चात ‘ऑल इंडिया जमियत उलेमा-ए-हिंद’ के अध्यक्ष (इस्लामी विद्वान) अर्शद मदनी ने पत्रकार परिषद (प्रेस कांफ्रेंस) में कहा कि सरकार द्वारा मदरसा सर्वेक्षण के संदर्भ में दिया हुआ आदेश योग्य है । इसमें कोई त्रुटि नहीं है । इसलिए सरकार का समर्थन करना ही चाहिए । दारुल उलूम सरकार की शिक्षा नीति के साथ है ।
२. रशीद मस्जिद, देवबंद में आयोजित इस बैठक में राज्य भर के दारुल उलूम देवबंद से संबद्ध लगभग २५० मदरसों के प्रमुखों ने भाग लिया । कार्यक्रम में पत्रकारों एवं छायाचित्रकारों (फोटोग्राफरों) को अनुमति नहीं दी गई थी । कार्यक्रम की समाप्ति के पश्चात दारुल उलूम की ओर से पत्रकार परिषद में पूर्ण प्रकरण की जानकारी दी गई ।