नूपुर शर्मा को बंदी बनाने के लिए देश भर के मुसलमानों द्वारा देश के विभिन्न स्थानों पर नमाज के उपरांत प्रदर्शन 

कुछ स्थानों पर हुई हिंसा !

नई देहली – शुक्रवार १० जून को दिल्ली की जामा मस्जिद, उत्तर प्रदेश के देवबंद, मुरादाबाद एवं प्रयागराज, बिहार के भोजपुर, झारखंड के रांची, पंजाब, जम्मू तथा सोलापुर में पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने के आरोप में भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को बंदी बनाने के लिए प्रदर्शन किए गए । महाराष्ट्र के नवी मुंबई, सोलापुर, कर्नाटक के बेळगांव तथा तेलंगाना में अनेक स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए । प्रयागराज एवं मुरादाबाद में मुसलमानों ने पुलिस पर पथराव किया, जबकि हावडा में ९ जून को मार्ग अवरुद्ध कर दिया गया ।

मस्जिद कमिटी का कहना है कि ओवैसी के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया !

दिल्ली में जामा मस्जिद के बाहर नमाज के उपरांत मुसलमानों ने फलक लेकर घोषणाएं की । उस समय पुलिस ने पहले ही बडी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया था । मस्जिद कमिटी ने कहा कि जामा मस्जिद ने विरोध प्रदर्शनों का आवाहन नहीं किया । कमिटी ने कहा, “हम नहीं जानते कि प्रदर्शनकारी कौन थे । तथापि हमें लगता है कि वे असदुद्दीन ओवैसी (एम.आई.एम.) के लोग थे । हमने स्पष्ट कर दिया है कि यदि वो विरोध करना चाहते हैं तो करें, किन्तु हम उनका समर्थन नहीं करेंगे ।”

प्रयागराज एवं मुरादाबाद में पथराव !

प्रयागराज में नमाज के उपरांत मुसलमानों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए । अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के वाहन पर भी पथराव किया गया, जिसमें उनका अंगरक्षक घायल हो गया । मुरादाबाद में भी पथराव किया गया । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंसा पर संज्ञान लेते हुए चिंता व्यक्त की है तथा इसमें सम्मिलित लोगों के विरुद्ध कडी कार्रवाई का आदेश दिया है । नमाज के उपरांत नूपुर शर्मा को बंदी बनाने को लेकर सहारनपुर एवं देवबंद में भी विरोध प्रदर्शन किया गया । इस समय नूपुर शर्मा के विरोध में भी घोषणाएं की गईं ।

हावडा में महामार्ग अवरुद्ध किया !

हावडा में ९ जून को सहस्रों मुसलमानों ने महामार्ग अवरुद्ध किया, जिसके फलस्वरूप यहां यातायात व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई । २० किलोमीटर तक यातायात बाधित रहा । मुसलमानों ने मार्ग पर टायर जलाकर फेंक दिए थे । बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, “कुछ लोग संकीर्ण राजनीतिक लाभ के लिए धार्मिक राजनीति कर रहे हैं । उसकी हानि हम क्यों सहें ? आप उत्तर प्रदेश तथा गुजरात में जाकर विरोध करें, वहां भाजपा सत्ता में है । बंगाल में उनकी कोई सत्ता नहीं है, इसलिए केवल प्रचार के लिए यहां आंदोलन न करें । हम हाथ जोडकर कहते हैं कि आप राजनीति से दूर रहें । कोई आपको एक दिन के लिए प्रोत्साहित करेगा फिर कभी वापस नहीं आएगा । यदि यहां दंगे  होते हैं, तो किसी के पास उसका उत्तर  नहीं होगा । मैं ऐसी हिंसा का समर्थन नहीं करती । यदि आप दुखी हैं, तो दिल्ली जाएं एवं वहां शांतिपूर्वक प्रदर्शन करें तथा प्रधानमंत्री के त्यागपत्र की मांग करें । यहां समस्याएं क्यों निर्माण करते हैं ?”

जम्मू में नूपुर शर्मा का छायाचित्र जलाया !

जम्मू में भी नमाज के उपरांत मुसलमानों ने नूपुर शर्मा के विरोध में प्रदर्शन किया । शर्मा का छायाचित्र जलाया । डोडा जिले के भद्रवाह में पथराव किया गया । ९ जून को एक मस्जिद में एक मौलाना द्वारा नूपुर शर्मा का ‘सिर काटने’ के भडकाऊ वक्तव्य के उपरांत तनावपूर्ण स्थिति निर्माण होने के कारण संचारबंदी लगा दी गई । तदापि, १० जून को मस्जिद से पथराव किया गया, इस कारण वहां सेना बुलाई गई ।

बेळगांव में नूपुर शर्मा के पुतले को फांसी पर लटकाया !

बेळगांव में मुसलमानों ने विरोध प्रदर्शन किया तथा भरे चौक में नूपुर शर्मा के पुतले को फांसी पर लटकाया ।

संपादकीय भूमिका 

  • पैगंबर मोहम्मद के कथित अपमान के प्रकरण में, भारत के मुसलमान तथा विश्व के अनेक इस्लामी देश एकजुट होकर विरोध करते हैं ; जबकि हिन्दू देवताओं का प्रतिदिन अपमान किया जा रहा है, तब भी हिन्दू निष्क्रिय रहते हैं ! यदि ऐसे असंगठित एवं धर्माभिमान शून्य हिन्दू, जिहादियों द्वारा मारे जाते हैं, तो इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए !
  • जिस प्रकार मुसलमान नमाज के समय संगठित हो जाते हैं, उसी प्रकार अब हिन्दुओं को संगठित होने के लिए प्रतिदिन विभिन्न स्थानों पर महाआरती करनी चाहिए एवं उस समय हिन्दुओं को धर्माभिमानी बनाने के लिए मार्गदर्शन किया जाना चाहिए । हिन्दुओं द्वारा युद्ध-स्तर पर ऐसे प्रयास किए जाने चाहिए !