यदि कांग्रेस ने स्वतंत्रता सेनानी सावरकर की बात सुनी होती, तो देश का बंटवारा नहीं होता ! – योगी आदित्यनाथ

लक्ष्मणपुरी (लखनऊ, उत्तर प्रदेश) – कांग्रेस ने स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर जैसे क्रांतिकारी, लेखक, दार्शनिक एवं कवि का अपमान करने का कोई अवसर नहीं छोडा । स्वतंत्रता पूर्व अंग्रेजों ने तथा स्वतंत्रता के उपरांत कांग्रेस ने राष्ट्रीय नायक स्वातंत्र्यवीर सावरकर का अपमान करने का सदैव प्रयत्न किया । उस समय सावरकर से ज्येष्ठ कोई नहीं था । स्वतंत्रता के उपरांत सावरकर को वह सम्मान नहीं मिला, जिसके वे अधिकारी थे । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यदि कांग्रेस ने सावरकर की बात सुनी होती, तो देश का बंटवारा नहीं होता । वे २८ मई को स्वातंत्र्यवीर सावरकर की जयंती के अवसर पर उदय माहूरकर एवं चिरायु पंडित द्वारा लिखित पुस्तक ‘वीर सावरकर : भारत के विभाजन को रोक सकते थे तथा उनका राष्ट्रीय सुरक्षा परिप्रेक्ष्य’ के विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे । ‘पाकिस्तान जाएगा या आएगा ; किंतु भारत रहेगा’, सावरकर ने कहा था । योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि ‘हिन्दुत्व’ शब्द वीर सावरकर द्वारा रचा गया है ।