नई देहली – “भारत में कोरोना की तीसरी लहर की संभावना अत्यंत अल्प है ; क्योंकि, यद्यपि कोरोना अथवा ‘ओमिक्रोन’ से संक्रमित लोगों की संख्या बढी है, चिकित्सालय में भर्ती होने वालों की संख्या अत्यंत अल्प है । जब संपूर्ण देश के चिकित्सालयों में भर्तियां प्रचंड संख्या में बढती हैं, तब यह कहा जा सकता है कि, ‘कोरोना लहर’ आरंभ हो गई है”, ऐसी आश्वस्त करने वाली जानकारी अमेरिका के प्रसिद्ध आधुनिक वैद्य (डॉक्टर) रवि गोडसे ने दी है । डॉ रवि गोडसे ने ट्वीट कर, ‘क्या करें और क्या न करें ।’ इससे संबंधित जानकारी भी दी है । कुछ दिन पूर्व ही रवि गोडसे ने ट्वीट किया था कि, ‘ओमिक्रोन अर्थात मूर्खता है !’ उन्होंने अब ट्वीट किया है कि, ‘ओमिक्रोन, डेल्टा प्रकार के लिए दुखद समाचार है ।’
ज्यांना लक्षणे नाहीत, त्यांनी चाचणी करुच नये, असे डॉ. रवी गोडसे यांनी म्हटले आहे. #RaviGodse #OmicronVariant https://t.co/i5Hyl944KL
— Lokmat (@lokmat) January 3, 2022
डॉ गोडसे ने कहा है कि,
१. क्योंकि, अधिकांश लोगों को कोरोना अथवा ‘ओमिक्रोन’ का संक्रमण होने के पश्चात भी उनमें कोई लक्षण नहीं दिखाई देते । इसलिए, जिनमें लक्षण नहीं हैं, उनका परीक्षण करना ही नहीं चाहिए ।
२. भारत में टीकाकरण व्यापक स्तर पर हुआ है । ऐसा होते हुए भी, टीकाकरण पर अधिक बल देने की आवश्यकता है । जिन लोगों ने टीके की दो खुराक ली हैं, उनमें ‘ओमिक्रोन’ के कारण गंभीर रोग का संकट ६० प्रतिशत अल्प हो जाता है, जबकि तीन खुराक लेने वालों में संकट ८१ प्रतिशत अल्प होता है ।