पैगंबर मुहम्मद का अपमान करना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं हो सकती ! – रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन

पुतिन को कहना चाहिए कि, ‘केवल पैगम्बर ही नहीं ; किसी भी धर्म की आस्था के स्थानों का अपमान करना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं हो सकती !’ ऐसा इसलिए है, क्योंकि, धर्मांधों द्वारा हिन्दुओं, सिखों, ईसाइयों एवं अन्य धर्मियों की धार्मिक स्वतंत्रता एवं धार्मिक भावनाओं पर आक्रमण किए जा रहे हैं । इसका भी संपूर्ण संसार में कठोर विरोध होना चाहिए ! – संपादक

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन

मास्को (रूस) – “पैगंबर मुहम्मद का अपमान करना, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं हो सकती । इससे इस्लाम को मानने वालों की भावनाओं को आघात पहुंचता है । कला की स्वतंत्रता के नाम पर धार्मिक स्वतंत्रता का हनन नहीं होना चाहिए । लोगों की धार्मिक मान्यताओं का अपमान करने से कट्टरता को प्रोत्साहन मिलता है । पेरिस की घटना इसका एक उदाहरण है”, ऐसा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा । पेरिस में, वर्ष २०१५ में, ‘शार्ली हेब्दो’ पत्रिका द्वारा पैगंबर मोहम्मद का एक व्यंग्य-चित्र  प्रकाशित करने के कारण, उनके पेरिस कार्यालय पर जिहादी आतंकवादियों ने आक्रमण किया था । इसमें १३ व्यक्ति मारे गए थे । पुतिन के इस वक्तव्य का पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने स्वागत किया है ।