कश्मीर में जब फारुख अब्दुल्ला की सरकार थी, तब उन्होंने हिन्दुओं को वहां से पलायन करने के लिए बाध्य बनानेवालों में से कितने लोगों पर कार्यवाही कर उन्हें दंडित करने के लिए प्रयास किए ? पलायन करनेवाले कितने हिन्दुओं का उन्होंने कश्मीर में पुनर्वास किया ? कश्मीर के धर्मांध ‘धर्मनिरपेक्ष’ नहीं हैं, अपितु वे धर्मांध वृत्ति के होने से आज भी हिन्दू कश्मीर में रह नहीं सकते, इस विषय में अब्दुल्ला क्यों नहीं कुछ बोलते ? – संपादक
श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) – जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री तथा नैशनल कॉन्फरंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला ने समाचार जालस्थल ‘वायर’ के साथ की गई भेंटवार्ता में यह वक्तव्य देते हुए कहा कि, क्या भारत धर्मांध बनता जा रहा है ?, यह प्रश्न है । पहले यह देश धर्मनिरपेक्ष था । आज की सरकार देश को धर्मांध बना रही है और लोगों को विभाजित कर रही है । आगे उन्होंने यह भी दावा किया कि कश्मीर की स्थिति ज्वालामुखी जैसी है और वहां उसका कभी भी विस्फोट हो सकता है । इस विस्फोट का संपूर्ण देश पर परिणाम होनेवाला है और उससे कोई नहीं बचेगा ।’