कोरोना का नया घातक रूप ‘ओमिक्रॉन’ के कारण पुनः भय का वातावरण !

प्रतिकात्मक छायाचित्र

नई देहली – कोरोना विषाणु का और एक घातक रूप सामने आने से विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चिंता व्यक्त की है । कोरोना का यह नया घातक रूप सर्वप्रथम दक्षिण आफ्रिका में सामने आया है और उसे ‘ओमिक्रॉन’ नाम दिया गया है । इसके चलते भारत ने १२ देशों से भारत आनेवाले यात्रियों को हवाई अड्डों पर उनका कोरोना परीक्षण करना अनिवार्य किया है, तो अमेरिका ने आफ्रिका उपमहाद्वीप से आनेवाले ८ देशों की यात्रियों के अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी की है ।

१. कोरोना का नया रूप ‘ओमिक्रॉन’ सर्वप्रथम ११ नवंबर को दक्षिण आफ्रिका के बोत्सवाना में दिखाई दिया था । उसके उपरांत वह हाँगकाँग, इस्राईल, बेल्जियम आदि देशों में भी दिखाई दिया । अभीतक कोरोना के अन्य प्रकारों की तुलना में ओमिक्रॉन के प्रसार की गति अत्यधिक है ।

२. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओमिक्रॉन पर विचारविमर्श करने हेतु बैठक बुलाई थी, साथ ही देश के गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक इन राज्यों में भी इसके प्रति सतर्कता बरती जा रही है । यहां भी संबंधित राज्यें के मुख्यमंत्रियों ने बैठकें कर कोरोना की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की ।

३. मुंबई में आफ्रिका उपमहाद्वीप से आनेवाले यात्रियों को अलगीकरण में रखा जाएगा । गुजरात सरकार ने युरोप और अन्य कुछ देशों के यात्रियों को राज्य में प्रवेश करने के लिए ‘आर्.टी.पी.सी.आर्.’ परीक्षण करना अनिवार्य बनाया है ।

४. देहली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जिन देशों में ओमिक्रॉन के रोगी मिले हैं, उन देशों पर आनेवाले विमानों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है ।