पृथ्वी के पास आने वाले लघुग्रह की दिशा एवं गति परिवर्तित करने के लिए, ‘नासा’ उस पर एक अंतरिक्ष यान टकराएगा !

वाशिंगटन (अमेरिका) – अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ‘नासा’, पृथ्वी की सुरक्षा के लिए, १ दिसंबर को एक ‘डार्ट’ (डबल एस्ट्रॉयड रिडायरेक्शन टेस्ट) अंतरिक्ष यान प्रक्षेपित करेगा । यह अंतरिक्ष यान, दो लघु ग्रहों के समूह ‘डिडिमोस’ (अर्थात्, उसके आस पास घुमने वाले ‘डिमोर्फस’ पर ) से टकराएगा । क्या इससे लघुग्रह की दिशा एवं गति परिवर्तित होती है ? यह देखा जाएगा । क्या भविष्य में संकटकारी लघुग्रहों को पृथ्वी से टकराने से रोकने के लिए उनकी दिशा परिवर्तित की जा सकती है ? यह भी इसके द्वारा देखा जाएगा । ‘नासा’ ने इस अभियान को ‘डार्ट’, यह नाम दिया है । इस अभियान पर २ सहस्र करोड रुपए व्यय होने का अनुमान है । विशेष रूप से, २००३ में लघुग्रह डिडिमोस पृथ्वी के पास से गया था, एवं वर्ष २०२२ में पुनः पृथ्वी के पास से जाएगा ।

‘डिडिमोस’ दो लघुग्रहों का एक लघुग्रह है । इसमें से बडा ग्रह अनुमानित ७८० मीटर आकार का है एवं इसे ‘डिडिमोस’ कहा जाता है, जबकि छोटे ग्रह का आकार अनुमानित १६० मीटर है तथा इसे ‘डिमोर्फस’ कहा जाता है । यह डिमोर्फस चंद्रमा के समान डिडिमोस की परिक्रमा करता है । केवल अनुसंधान एवं निरीक्षण के लिए उस पर अंतरिक्ष यान टकराया जाएगा ।