भारतीय रेल ने ‘रामायण एक्सप्रेस’ में खाना परोसने वालों का वेष (युनिफॉर्म) परिवर्तित किया !

संत समाज, हिन्दुत्वनिष्ठ एवं धर्माभिमानी हिन्दुओं के संगठित विरोध का परिणाम !

नई देहली – भारतीय रेल ने ‘रामायण एक्सप्रेस’ के खाना परोसने वालों को साधुओं के समान वेष परिधान करने के लिए दिया था । संत-समाज, हिन्दुत्वनिष्ठ एवं धर्माभिमानी हिन्दुओं के कठोर विरोध के पश्चात, अंततः रेल ने यह वेष परिवर्तित किया है । रेल ने कहा है कि, “’रामायण एक्सप्रेस’ के कर्मचारियों का वेष पूर्णतः परिवर्तित किया गया है । अब ये कर्मचारी व्यावसायिक परिधान में दिखाई देंगे । लोगों को हुई असुविधा के लिए हमें खेद है ।”

संत समाज ने चेतावनी दी थी कि, ‘रेल द्वारा अपने कर्मचारियों का वेष परिवर्तित न करने की स्थिति में, १२ दिसंबर को ‘रामायण एक्सप्रेस’ गाडी देहली में रोक दी जाएगी ।’ सनातन के खेड (रत्नागिरी) निवासी साधक, डॉ अशोक शिंदे ने भी इस पर आपत्ति उठाते हुए आईआरसीटीसी के मुख्य प्रबंधक को पत्र लिखा था । उसके उत्तर में, उत्तर रेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने उन्हें बताया था कि, ‘यह वेष परिवर्तित किया जाएगा ।’