ऐसी मांग करने की आवश्यकता ही क्यों है ? पुलिस स्वयं कार्रवाई क्यों नहीं करती ? – संपादक
भोपाल – १५ अगस्त को इंदौर के नेताजी नगर थाना क्षेत्र तथा उज्जैन में मोहर्रम के समय ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए गए । यह अति गंभीर घटना है और देश की आंतरिक सुरक्षा तथा मध्य प्रदेश की शांति के लिए भयानक है । उज्जैन प्रकरण में, जिनपर देशद्रोह का आरोप है, वे ११ लोग अब भी खुलेआम घूम रहे हैं । इसलिए, हिन्दू जनजागृति समिति ने मांग की है, कि उन्हें तुरंत बंदी बनाया जाए और उनके विरुद्ध कडी कार्रवाई की जाए ।
#उज्जैन में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगानेवालों को कड़ा सबक सिखाएं । – @mp_hjs @HinduJagrutiOrg @mpbreakingnews @uni @ZeeMPCG @SadhviPragya_MP @NewsStateMPCG @Anand_J25 pic.twitter.com/kW43QTxzhp
— HJS MadhyaPradesh (@mp_hjs) August 20, 2021
राजस्थान एवं मध्य प्रदेश के हिन्दू जनजागृति समिति के राज्य समन्वयक, श्री. आनंद जाखोटिया ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है, कि उज्जैन हिन्दुओं का एक प्राचीन नगर है और विश्व प्रसिद्ध श्री महाकाल को श्रद्धांजलि देने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु यहां आते हैं । लाखों हिन्दुओं के पूजा स्थल भगवान महाकाल की नगरी में इस तरह की घोषणा कर हिन्दुओं की आस्था को जानबूझकर ठेस पहुंचाई गई है । हिन्दुओं का यह पूछना स्वाभाविक है, ”एक ओर जहां हिन्दुओं को कोरोना महामारी के नाम पर धार्मिक त्योहार मनाने पर प्रतिबंध लगाए जाते हैं, वहीं दूसरी ओर अल्पसंख्यकों को उनके त्यौहार मनाने की पूरी स्वतंत्रता दी जा रही है ।” केरल में ईद के समय, प्रतिबंधों मे ढील दिए जाने से कोरोना रोगियों की संख्या कई गुना बढ गई है । इस पृष्ठभूमि में, इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि क्या संबंधितों ने कोरोना महामारी के समय उज्जैन में मोहर्रम के अवसर पर जुलूस निकालने की अनुमति ली थी ?