७५ वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी की पाकिस्तान और चीन को चेतावनी !

यह नया भारत होने से वह कठोर निर्णय ले सकता है !

नई देहली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के ७५वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में लाल किले की प्राचीर से ध्वजारोहण करने के उपरांत देश को संबोधित करते हुए कहा कि सर्जिकल स्ट्राईक एवं एयर स्ट्राईक कर देश ने उनके शत्रुओं को ‘यह नया भारत है’, यह दिखा दिया है । साम्राज्यवाद का कुटिल स्वप्न देखनेवालों को भारत ने चेतावनी देते हुए ‘भारत कठोर निर्णय ले सकता है’, यह संदेश दिया है ।

प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में निहित कुछ महत्त्वपूर्ण सूत्र

१. रक्षा क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर हो रहा है । रक्षा क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने हेतु, भारतीय प्रतिष्ठानों को प्रोत्साहन देने हेतु और हमारे उद्योगपतियों को नए अवसर देने हेतु हमारे प्रयास चल रहे हैं । देश की रक्षा हेतु तैयार सेना के हाथों को सशक्त बनाने हेतु हम कोई कसर शेष नहीं छोडेंगे । स्वदेशी विमानवाहक नौका आई.एन्.एस्. विक्रांत का समुद्र में परीक्षण चल रहा है । आज भारत अपना लडाकू विमान विकसित कर रहा है और पनडुब्बियां बना रहे हैं ।

२. कोरोना काल में संपूर्ण विश्व ने भारत के प्रयास देखकर प्रशंसा की है । आज विश्व एक नए दृष्टिकोण से भारत की ओर देख रहा है । आज हमें टीके के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना पडा ।

३. पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन की पृष्ठभूमि पर मैं नैशनल हाइड्रोजन मिशन की घोषणा करता हूं । भारत को ग्रीन हाइड्रोजन का केंद्र (हब) बनाने हेतु प्रयास किए जाने चाहिएं । पर्यावरण की रक्षा हेतु देश का रेल यातायात को १०० प्रतिशत बिजली से संचालित करने की दिशा में काम चल रहा है । वर्ष २०३० तक यह लक्ष्य पूर्ण किया जाएगा ।

४. आगामी काल में प्रधानमंत्री गतिशक्ति राष्ट्रीय योजनाओं के माध्यम से युवाओं को रोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध हो सकेंगे । यह एक ऐसी योजना है, जिसके कारण समग्र मूलभूत सुविधाओं की नींव रखी जाएगी ।

५. नई वंदे भारत रेलगाडियों से देश के कोने-कोनों को जोडा जाएगा ।

६. जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव की तैयारी की जा रही है । लद्दाख में आधुनिक मूलभूत सुविधाएं बनाई जा रही हैं । सिंधु सेंट्रल युनिवर्सिटी के कारण लद्दाख उच्च शिक्षा का केंद्र बननेवाला है ।

७. यह केवल ७५वीं वर्षपूर्ति का समारोह नहीं, अपितु अब परिश्रम की पराकाष्ठा करने का समय आ चुका है । हम सभी को देश के विकास हेतु काम करना है । हमें एक ऐसा आधुनिक भारत बनाना है, जिहां सभी नागरिकों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी ।

८. अब लडकियों के लिए भी सभी सैनिकी विद्यालयों के द्वार खोले जाएंगे । आज के समय में देश में ३३ सैनिकी विद्यालय हैं ।

‘ग्रीन हाइड्रोजन’ क्या है ?

अमेरिकी जालस्थल ‘फोर्ब्स’ के अनुसार आज के समय में विविध कारखानों में उपयोग किया जानेवाला हाइड्रोजन ‘ग्रीन हाइड्रोजन’ के नाम से प्रचालित है । इस हाइड्रोजन का उत्पादन करते समय उत्पादित हाइड्रोजन के ९ गुना हानिकारक कार्बन डाइऑक्साइड की निर्मिति होती है । इस हाइड्रोजन की निर्मिति के कारण प्रदूषण बढता है । इस पर उपाय के रूप में तैयार होनेवाले कार्बन डाइऑक्साइड को पृथ्वी में गहराईतक गाड देने की दृष्टि से प्रयास किए जा रहे हैं । इस प्रक्रिया का उपयोग कर तैयार किए गए हाइड्रोजन को ब्लू हाइड्रोजन कहा जाता है, तो हाइड्रोजन एवं ऑक्सिजन (प्राणवायु) के एकत्रीकरण से पानी बनता है । इलेक्ट्रोलिसिस पद्धति के माध्यम से पानी में निहित हाइड्रोजन को प्राणवायु से अलग करने का प्रयास किया जा रहा है । इससे किसी भी प्रकार का प्रदूषण हुए बिना हाइड्रोजन का उत्पादन करना संभव होता है । आज के समय में इसका मूल्य बहुत अधिक है । इसका उपयोग अमोनिया, रासायनिक उर्वरक, साथ ही पेट्रोल से बनाए जानेवाले अन्य रसायनों के उत्पादन के लिए किया जाता है ।