गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) के प्रसिद्ध श्री डासना देवी मंदिर में घुसकर साधुओं पर प्राणघातक आक्रमण

  • मंदिर को पहले से पुलिस सुरक्षा होते हुए भी इस प्रकार के आक्रमण होते ही कैसे हैं ? – संपादक

  • उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ माह में अनेक साधुओं की हत्या होने की घटनाएं हुई हैं । इसपर पुलिस की निष्क्रियता सामने आ रही है । इस ओर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ध्यान देकर साधुओं की रक्षा करने के लिए प्रयास करना चाहिए, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है ! – संपादक
(प्रतिकात्मक छायाचित्र)

गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) – यहां के प्रसिद्ध श्री डासना देवी मंदिर में बिहार के साधु, साथ ही मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती के सहकारी नरेश आनंद सरस्वती पर प्राणघातक आक्रमण किया गया । इसमें गंभीर रुप से घायल होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है । इस आक्रमण के पीछे का कारण अभी समझ में नहीं आया है । इसके पहले महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती पर आक्रमण करने के लिए २ धर्मांधों के  संदेह की स्थिति में मंदिर में आने की घटना हुई थी । इस पर मंदिर को पहले से ही पुलिस सुरक्षा है । (ऐसा है, तो पुलिस सोती है क्या ? – संपादक)

१. अज्ञात आक्रमणकर्ता मंदिर की सुरक्षा दीवार लांघकर मंदिर परिसर में घुसा । उसने चाकू से आनंद सरस्वती पर आक्रमण किया ,ऐसा कहा जा रहा है । यह घटना भोर में ३.४५ के आसपास हुई । नरेश आनंद सरस्वती एक कार्यक्रम के लिए बिहार के समस्तीपुर से श्री डासना देवी मंदिर आए थे । वे मंदिर परिसर में खुले में ही सो रहे थे । तब यह आक्रमण किया गया है ।

२. पुलिस ने घटना की जांच चालू की है । सी.सी.टी.वी. का वीडियो खंगाला जा रहा है । आक्रमण करने के लिए व्यक्ति बाहर से आया था कि आसपास के ही किसी ने आक्रमण किया, इसकी भी जांच पुलिस कर रही है ।