विश्व समुदाय की आंखों में धूल झोंकने के लिए इस प्रकार की दिखावटी कार्यवाही की जा रही है । ऐसों को कठोर दंड मिला, तो ही ‘कार्यवाही हुई’, ऐसा कहा जाएगा ! – संपादक
इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – पाक के पंजाब प्रांत के भोंग शहर के श्री गणपति मंदिर की धर्मांधों द्वारा तोडफोड की गई थी । इस मामले के मुख्य सूत्रधार के साथ ५० लोगों को हिरासत में लिया गया है । कुल १५० लोगों के विरोध में गुनाह प्रविष्ट किया गया है ।
१. तोडफोड की घटना के विषय में पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने कहा कि, यह घटना लज्जास्पद है । इस प्रकार की घटनाएं पुन: नहीं होंगी, इस ओर ध्यान दिया जाएगा । मंदिर का पुनर्निर्माण का कार्य चालू है । (पाक के राजनेताओं के ऐसे आश्वासनों पर कौन विश्वास करेगा ? – संपादक)
२. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के विशेष सहायक डॉ. शहबाज गिल ने ट्वीट कर कहा कि, यह घटना बहुत दु:खद और खेदजनक है । प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा इस घटना की ओर ध्यान देते हुए दोषियों पर कार्यवाही करने का आदेश दिया गया है । पाकिस्तान का संविधान अल्पसंख्यकोें को उनकी पूजा करने की स्वतंत्रता देता है और सुरक्षा भी प्रदान करता है । (केवल ऐसा बोलने से हिन्दुओं की रक्षा नहीं होगी, तो प्रत्यक्ष रक्षा करने के लिए ठोस कदम उठाना आवश्यक है ! – संपादक)