पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पाक अधिग्रहित कश्मीर में दो जनमत परीक्षण कराएंगे !

‘क्या भारत में रहना है अथवा पाकिस्तान में ?’ एवं ‘क्या पाकिस्तान में रहना है अथवा स्वतंत्र कश्मीर चाहिए ?’ इन सूत्रों पर जनमत परीक्षण होंगे ।

पाकिस्तान अधिग्रहित कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है । पाकिस्तान को वहां इस प्रकार का जनमत परीक्षण करने का कोई अधिकार नहीं है । राष्ट्रप्रेमियों की इच्छा है कि भारत ने अब समय व्यर्थ गंवाने की अपेक्षा सीधे सैन्य कार्रवाई कर पाकिस्तान द्वारा अधिग्रहित कश्मीर पर नियंत्रण प्राप्त करना चाहिए  !

इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – पाक अधिग्रहित कश्मीर में एक सभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने घोषणा की है कि पाकिस्तान अधिग्रहित कश्मीर में दो जनमत परीक्षण कराए जाएंगे । पहला जनमत संग्रह यह निर्धारित करेगा कि ‘पाकिस्तान अधिग्रहित कश्मीर के लोग भारत में रहना चाहते हैं अथवा पाकिस्तान में’, तथा दूसरा जनमत परीक्षण यह निर्धारित करेगा कि ‘पाकिस्तान में रहना है अथवा स्वतंत्र कश्मीर में’ ।

इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान अधिग्रहित कश्मीर को पाकिस्तान का राज्य नहीं बनाया जाएगा । कश्मीर को राज्य की श्रेणी देने की बात करना अनुचित है । संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के अनुसार कश्मीर के नागरिकों को अपना भविष्य स्वयं निर्धारित करने का अधिकार प्राप्त होगा । साथ ही कश्मीर के लोग पाकिस्तान में सम्मिलित होने के विषय में निर्णय ले पाएंगे ।