धर्मांध युवक द्वारा ‘हिन्दू’ होने का दावा कर विवाह-विच्छेद की हुई हिन्दू महिला से विवाह करने के पश्चात धर्मांतरण के लिए दबाव !

पूर्व पति की छोटी लडकी पर बलात्कार !

  • हिन्दू महिला से विवाह करने के लिए मुसलमान युवकों को ‘मुसलमान’ होने का अपना वास्तविक परिचय क्यों छिपाना पडता है ?
  • ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए धर्मांधों पर द्रुत गति (फास्ट ट्रैक) न्यायालय में प्रकरण चला कर उन्हें आजीवन कारावास जैसा कठोर दंड होने के लिए केंद्र सरकार को प्रयास करना चाहिए, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है ।
(प्रतिकात्मक छायाचित्र)

लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) – इमरान नामक एक धर्मांध ने अपना नाम ‘संजय चौहान’ बता कर ३५ वर्षीय विवाह-विच्छेद की हुई हिन्दू महिला के साथ विवाह कर लिया । विवाह के पश्चात इमरान ने इस महिला पर धर्मांतरण के लिए दबाव बनाया । उसने इस महिला के पूर्व पति की छोटी लडकी पर बलात्कार भी किया । उसके विरुद्ध महिला द्वारा शिकायत प्रविष्ट करने के पश्चात पुलिस ने इमरान को गिरफ्तार कर लिया । पुलिस ने उससे मतदाता परिचय पत्र (वोटिंग कार्ड) एवं कुछ अन्य नकली परिचय पत्र जब्त कर लिए हैं । (सरकारने ऐसे नकली परिचय पत्र बना कर देनेवाले दोषियों को खोज कर उन्हें भी कठोर दंड मिलने के लिए प्रयास करने चाहिए  ! – संपादक)