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- भारतीय सुरक्षा व्यवस्था की दुर्गति दिखानेवाली घटना ! शत्रु राष्ट्र के गुप्तचर संगठन द्वारा देश के हिन्दुओं का इतनी बडी मात्रा में धर्मांतरण होते हुए हमारे गुप्तचर तंत्र को उसका पता कैसे नहीं लगता ? क्या वे सोते रहते हैं ? यह सरकारी तंत्र के लिए लज्जाजनक है !
- ध्यान दें कि हिन्दू-बहुल देश में अब तक लाखों हिन्दुओं का धर्मांतरण होकर भी स्वतंत्रता के ७४ वर्षों के पश्चात केवल धर्मांधों के अनुनय के कारण, एक भी शासक ने राष्ट्रीय स्तर पर धर्मांतरण विरोधी कानून पारित नहीं किया ! इससे स्पष्ट होता है कि उन्हें उत्पीडित हिन्दुआें की नहीं; अपितु धर्मांतरण करने वाले धर्मांधों एवं उनके मतों की अधिक चिंता है ! यह चित्र बदलने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही आवश्यक है !
- हिन्दुओं का धर्मांतरण रोकने के लिए प्रत्येक हिन्दू को धर्म की शिक्षा देकर उनमें धर्म के प्रति अभिमान बढाना आवश्यक है ! इसके लिए सभी धार्मिक एवं हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने संगठित होकर पहल करनी चाहिए !
- अब हिन्दू संगठनों ने इन धर्मांतरित हिन्दुओं को पुनः हिन्दू धर्म में लाने के लिए प्रयास करने चाहिए !
लक्ष्मणपुरी (लखनऊ) – उत्तर प्रदेश के आतंकवाद विरोधी दल ने ‘प्रेरक विचार’ अर्थात ‘मोटिवेशनल थॉट’ के आकर्षक नाम की आड में गरीब हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन कर रहे दो मौलानाओं को गिरफ्तार किया है । उनके नाम जहांगीर एवं उमर गौतम हैं तथा वे ‘दावा इस्लामिक सेंटर’ नाम की एक संस्था चलाते हैं । आतंकवाद विरोधी दल विगत ४ दिनों से उनकी जांच कर रहा था । उन्होंने कानपुर, वाराणसी एवं नोएडा के कई बच्चों तथा महिलाओं का धर्मांतरण किया है ।
आतंकवाद विरोधी दल के अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, ये दोनों गरीब हिन्दुओं को लक्ष्य बनाते थे । उन्होंने अब तक अनुमानित १ सहस्र हिन्दुओं का धर्मांतरण किया है, जिनमें बडी संख्या में मूक-बधिर एवं महिलाओंका समावेश है । रामपुर के एक गांव में यह बात सामने आई है कि दो हिन्दू बच्चों की बलपूर्वक सुंता कर उनका धर्मांतरण करने में एक मौलाना का हाथ था । ऐसा सामने आया है कि विदेशों में सक्रिय एक मुस्लिम संगठन भी उनकी वित्तीय सहायता कर रहा है तथा पुलिस उनकी जानकारी ले रही है ।
सौजन्य : IndiaTV
डासना मंदिर के पुरोहित पर हुए आक्रमण की घटना के कारण उजागर हुआ प्रकरण !
इसका अर्थ यह हुआ कि यदि यह घटना नहीं घटती, तो पुलिस को इन मौलानाओं के कृत्यों पता ही नहीं चलता ! इसके लिए उत्तरदायी पुलिसवालों को सेवामुक्त कर उन्हें घर का रास्ता दिखाएं !
३ जून को देहली के डासना मंदिर के एक पुरोहित पर दो धर्मांध युवकों ने आक्रमण करने का प्रयास किया था । पुलिस द्वारा उन दोनों को ही पकडकर पूछताछ करने के पश्चात मौलाना उमर एवं जहांगीर के संबंध में जानकारी मिली । दोनों मौलानाओं ने ‘नोएडा डेफ सोसायटी’ के मूक-बधिर छात्रों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण किया । धर्मांतरित महिलाओं एवं बच्चों की सूची ही पुलिस को प्राप्त हुई है ।