आयुर्वेदिक औषधियां लेने से कोरोना का संक्रमण नहीं ! – ग्रामवासियों का दावा
आयुर्वेद से मिलनेवाले लाभ देखते हुए केंद्र शासन इसपर गंभीरता से विचार कर संपूर्ण देश में नागरिकों को आयुर्वेदिक औषधियां देने का प्रयास करना चाहिए !
लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) – लक्ष्मणपुरी शहर से २० कि.मी. दूरी पर स्थित माती नामक गांव में अभीतक कोरोना से संक्रमित एक भी रोगी देखने को नहीं मिला है । इस गांव में १२० परिवार रहते हैं तथा इस गांव की जनसंख्या १ सहस्र २०० है । इस संदर्भ में ग्रामवासियों ने कहा कि हम किसी भी चिकित्सा के लिए एलोपैथी की औषधियां नहीं लेते । इस गांव में कोई भी बीमार हुआ, तब भी आयुर्वेदिय वैद्य से औषधियां ली जाती हैं । इसके कारण हमारे गांव में कोरोना प्रवेश नहीं कर सका है ।
१. ग्रामवासियों ने बताया कि इस गांव में चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध नहीं है । यहां से १० कि.मी. दूरी पर भले ही स्वास्थ्य केंद्र हो; परंतु तब भी यहां डॉक्टर उपलब्ध नहीं होते । गांव में कभी भी चिकित्सकीय दल नहीं आता । (स्वतंत्रता के ७४ वर्ष उपरांत भारत ने की किया हुआ विकास ! – संपादक)
२. ‘आरोग्य भारती (रा.स्व. संघ की ओर से चलाया जानेवाला उपक्रम) के सचिव तथा वैद्य अभय नारायण तिवारी ने बताया कि हमने पिछले ४ वर्षाें से हमने इस गांव को गोद लिया है । हमारी संस्था की ओर से यहां आयुर्वेदीय औषधियों की आपूर्ति की जाती है ।
३. तिवारी ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना को ध्यान में लेते हुए आरोग्य भारती की ओर से यहां के बच्चों को प्रत्येक महिने के पुष्य नक्षत्र के दिन स्वर्ण प्राशन की बूंदें दी जाती हैं, जिससे उनमें रोगप्रतिरोधक क्षमता बढने तथा बुद्धि की क्षमता बढने में सहायता मिलती है । साथ ही इससे कोरोना से ही रक्षा होती है ।