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धर्मांध, तथाकथित धर्मनिरपेक्षतावादी और प्रसार माध्यम जान-बूझ कर किसी भी पद्धति से हिन्दुओं को असहिष्णु दिखाने का प्रयास कैसे करते हैं, यही इस घटना से पुनः स्पष्ट होता है ! ऐसे लोगों को आजीवन कारागार में डाल देना चाहिए !
गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) – यहां की पुलिस ने लोणी बॉर्डर पर समद नामक एक वयस्क मुसलमान व्यक्ति के साथ मारपीट की गई और बल पूर्वक उसकी दाढी को काटे जाने के प्रकरण को धार्मिक रंग देने के कारण ‘ट्विटर’ सहित ९ लोगों के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट किया है । इसमें पत्रकार मोहम्मद जुबैर और राणा आयुब ने भी इस संदर्भ में ट्वीट करने से उनके विरुद्ध भी अपराध प्रविष्ट किया गया है । साथ ही कांग्रेस के नेता सलमान नाजमी, शमा मोहम्मद, मसकुर उस्मानी, लेखिका साबा नक्वी, ‘द वायर’ प्रतिष्ठान, ट्विटर आई.एन्.सी. एवं ट्विटर कम्युनिकेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड अंतर्भूत हैं ।
'No communal angle': Twitter, Congress leaders among 9 named in FIR by UP Police over Ghaziabad viral video https://t.co/OVuTIGBmrH
— Republic (@republic) June 16, 2021
१. सामाजिक माध्यमों में गाजियाबाद में अब्दुल समद नामक एक वयस्क व्यक्ति के साथ मारपीट किए जाने का वीडियो प्रसारित हुआ था । पुलिस ने यह दावा किया गया है कि इस वीडियो में दी गई संपूर्ण जानकारी अनुचित है । पुलिस ने कहा है, कि समद ने उसके साथ मारपीट करनेवाले अज्ञात लोगों के विरुद्ध पुलिस में शिकायत की थी ; परंतु समद उन्हें पहचानता था । साथ ही मारपीट होते समय बलपूर्वक ‘जय श्रीराम’ की घोषणाएं करने की किसी प्रकार की घटना नहीं हुई है ।
२. पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में सामने आई जानकारी के अनुसार पीडित समद ५ जून को राज्य के बुलंदशहर से लोणी बॉर्डर आया था । वहां से वह एक अन्य व्यक्ति के साथ मुख्य आरोपी परवेश गुज्जर के बंथला स्थित घर गया था । कुछ समय उपरांत परवेश के घर में कल्लू, पोली, आरिफ, आदिल और मुशाहिद ये लडके आ गए । परवेश और इन लडकों ने समद के साथ मारपीट करना आरंभ किया । पीडित समद तावीज बनाने का काम करता है । उसके द्वारा बनाई गई तावीज से परवेश के परिवार पर बुरा परिणाम होने से उत्पन्न क्षोभ के कारण उसके साथ मारपीट की गई । अब्दुल समद ने गांव के अनेक लोगों को ताबीज दिए थे ।