कोरोना विषाणु के विरुद्ध स्वयं में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने हेतु चिकित्सकीय उपचारों के साथ आध्यात्मिक बल प्राप्त होने हेतु ‘श्री दुर्गादेवी, दत्त देवता एवं भगवान शिव’, इन देवताओं का एकत्रित नामजप ध्वनिविस्तारक द्वारा सर्वत्र लगाने का नियोजन करें !

कोरोनारूपी आपातकाल हेतु मार्गदर्शक स्तंभ !

साधकों के लिए महत्त्वपूर्ण सूचना

(श्रीसत्शक्ति) श्रीमती बिंदा सिंगबाळ

यह सिद्ध हो चुका है कि ‘नामजप न केवल आध्यात्मिक उन्नति के लिए पूरक है, साथ ही विविध विकारों के निर्मूलन के लिए भी लाभदायक है । वर्तमान कोरोना महामारी के काल में रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होने के लिए योगासन, प्राणायाम, आयुर्वेदीय उपचार इत्यादि प्रयास समाज के लोग कर रहे हैं । इनके साथ ही रोग प्रतिरोधक शक्ति तथा आत्मबल बढाने के लिए उचित साधना ही करनी पडती है ।

कोरोना काल में रोगियों में साधना का आध्यात्मिक बल बढाने हेतु अर्थात कोरोना विषाणु का प्रभाव स्वयं पर न होने हेतु अथवा हुआ हो तो वह नष्ट करने के लिए आध्यात्मिक दृष्टि से देवीतत्त्व, दत्ततत्त्व और शिवतत्त्व आवश्यक है । इसलिए कोरोना विषाणु के विरुद्ध स्वयं में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिए चिकित्सकीय उपचारों के साथ आध्यात्मिक बल प्राप्त होने के लिए प्रस्तुत नामजप करें – ‘श्री दुर्गादेव्यै नमः – श्री दुर्गादेव्यै नमः – श्री दुर्गादेव्यै नमः – श्री गुरुदेव दत्त – श्री दुर्गादेव्यै नमः – श्री दुर्गादेव्यै नमः – श्री दुर्गादेव्यै नमः – ॐ नमः शिवाय ।’

यह नामजप १०८ बार (१ माला) करने के लिए ४० मिनट लगते हैं । ‘जब तक कोरोना विषाणु का प्रभाव पूरे विश्व में है, तब तक प्रतिबंधात्मक उपचार के रूप में चिकित्सा उपचारों के साथ अपना आध्यात्मिक बल बढाने के लिए यह नामजप प्रतिदिन १ माला करें । जिन लोगों को स्वयं में कोरोना विषाणु से ग्रसित होने के कुछ लक्षण दिखाई दें, वे अधिक मात्रा में आध्यात्मिक बल प्राप्त होने के लिए यह नामजप प्रतिदिन ३ घंटे (६ माला) करें ।

सनातन संस्था के साधक, शुभचिंतक, धर्मप्रेमी, हिन्दुत्वनिष्ठ, ‘सनातन प्रभात’ के पाठक यह नामजप पिछले एक वर्ष से नियमित रूप से कर रहे हैं । नामजप के कारण आत्मबल में वृद्धि होने की अनुभूति वे ले रहे हैं ।

नामजप से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है और आत्मबल बढता है । इन आध्यात्मिक लाभ को ध्यान में लेकर ३१ मई २०२१ तक पश्चिम महाराष्ट्र के पुणे में ११२, सातारा में ४२, सोलापुर में ४२, कोल्हापुर में ४१, सांगली में ३२ और गोवा राज्य में ११, ऐसे कुल २७९ स्थानों पर यह नामजप ध्वनिविस्तारक पर लगाया जा रहा है । इन जिलों के कोविड केयर सेंटर, अस्पताल, चिकित्सालय, औषधालय (मेडिकल स्टोर्स), लैब इत्यादि स्थानों पर, साथ ही महाराष्ट्र और गोवा राज्य के कुछ मंदिरों में भी यह नामजप लगाया जा रहा है ।

श्रद्धावान समाज से आवाहन !

चिकित्सकीय उपचारों के साथ आध्यात्मिक साधना करने पर समाज को लाभ हो सकता है । इसलिए विनती है कि कोरोना महामारी के काल में भारत का श्रद्धावान समाज प्रस्तुत नामजप करे – ‘श्री दुर्गादेव्यै नमः – श्री दुर्गादेव्यै नमः – श्री दुर्गादेव्यै नमः – श्री गुरुदेव दत्त – श्री दुर्गादेव्यै नमः – श्री दुर्गादेव्यै नमः – श्री दुर्गादेव्यै नमः – ॐ नमः शिवाय ।’ साथ ही अपने घर, कार्यालय, दुकान, अस्पताल, चिकित्सालय, कोविड केयर सेंटर, औषधालय, लैब और मंदिरों में यह नामजप ध्वनिविस्तारक पर लगाकर आध्यात्मिक सेवा में अपना योगदान दे ।

यह नामजप सनातन संस्था द्वारा ध्वनिमुद्रित किया गया है । आपको यह नामजप अपने निकटवर्ती सनातन के साधकों से मिल सकता है । आपको यह ध्वनिमुद्रित नामजप न मिलने पर निम्नांकित पते पर अथवा चल-दूरभाष क्रमांक पर संपर्क करें ।

संपर्क हेतु पता – श्रीमती भाग्यश्री सावंत, सनातन आश्रम, २४/बी रामनाथी, बांदोडा, फोंडा, गोवा. पिनकोड ४०३४०१

चल-दूरभाष क्र. – 7058885610

साथ ही ध्वनिविस्तारक पर उपरोक्त नामजप लगाने के संदर्भ में उपक्रम चलाया जा रहा हो, तो उसकी जानकारी अपने निकटवर्ती सनातन के साधक अथवा श्रीमती भाग्यश्री सावंत को दें ।

– (श्रीसत्शक्ति) श्रीमती बिंदा सिंगबाळ, सनातन आश्रम, रामनाथी, गोवा. (१.६.२०२१)