अंतिम संस्कार के समय गलती उजागर !
कोरोना काल में इस प्रकार की अनेक घटनाएं देशभर में हुई थी और हो रही हैं । इससे अस्पताल व्यवस्थापन का ढीला काम दिखाई देता है । ऐसी गंभीर गलतियां टालने के लिए संबंधित लोगों पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए !
पाटलीपुत्र (बिहार) – यहां के पी.एम.सी.एच. अस्पताल में कोरोना पीडित व्यक्ति की मृत्यु बताकर दूसरे व्यक्ति की मृतदेह परिवार वालों को देने की घटना सामने आई है । विशेष यह कि कोरोना पीडित व्यक्ति जीवित है । इस घटना के कारण अस्पताल प्रशासन के काम के विषय में गुस्सा व्यक्त किया जा रहा है ।
यहां के चुन्नू कुमार के पैर की हड्डी टूटने से उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था । उसकी कोरोना की जांच होने पर उसे कोरोना हुआ है, यह पता चला । उसमें उसकी मृत्यु होने की जानकारी अस्पताल की ओर से उसके परिवार को दी गई । परिवार को चुन्नू कुमार का शव बैग में बंद कर सौंपा गया । जब शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मसान में ले जाने पर उसके बेटे ने अंतिम दर्शन के लिए बैग खोलकर चेहरा देखने पर वह उसके पिता नहीं है यह ध्यान में आया । इस विषय में अस्पताल को बताने पर चुन्नू कुमार जीवित है यह सामने आया । इस घटना के विषय में अधिष्ठाता आई.एस. ठाकुर ने, गलती की जांच कर संबंधित लोगों पर कार्यवाही की जाएगी, ऐसा बताया ।