चित्रकूट (उत्तर प्रदेश) में कोरोना पीडित डॉ. बिलाल अहमद ने अस्पताल में बिना मास्क लगाए मरीजों पर किया उपचार !

सामूहिक नमाज पठन में भी उपस्थित !

  • इस प्रकार की लापरवाही कर स्वयं के साथ अन्यों को खतरे में डालने वाले को कारागृह में डालना चाहिए !

  • धर्मांध कितना ही पढ लें, फिर भी वे कानून विरोधी कृत्य करते हैं, उसका और एक उदाहरण !

चित्रकूट (उत्तर प्रदेश) – यहां के द्वारकापुरी में बिलाल अहमद इस डॉ. को कोरोना हो गया है । इसके बाद भी बिलाल अहमद ने अस्पताल चालूू रखा और मास्क का प्रयोग किए बिना अनेक मरीजों का उपचार किया । इतना ही नहीं, तो अस्पताल से इसी इमारत में हो रहे सामूहिक नमाज पठन में वो उपस्थित था । वहां जाते समय भी उसने मास्क नहीं पहना था । इस कारण कोरोना मरीजों की संख्या बढने की संभावना व्यक्त की जा रही है ।

इस डॉक्टर की जानकारी प्रशासन को दी गई है; लेकिन प्रशासन ने डॉक्टर को अलगीकरण में रखने का प्रयास भी नहीं किया । (मुसलमानों की चमचागीरी करने वाला प्रशासन ! हिंदूओं के संबंध में प्रशासन ने यही भूमिका ली होती क्या ? – संपादक) इस विषय में स्थानीय नागरिकों ने अप्रसन्नता व्यक्त की । कोरोना मरीज मिलने वाली इमारतें प्रशासन की ओर से सील नहीं की जा रही ।