(कहते हैं) ‘हिंदु और मुसलमानों के मतों के विभाजन का विरोध करेंगे !’ – ममता बनर्जी के बडे बोल

मुसलमानों को तृणमूल कांग्रेस को मत देने के आवाहन का मामला

स्वयं की प्रतिमा उंची करने के लिए ममता बनर्जी इस प्रकार के कितने भी वक्तव्य करें, हिंदुओं ने ममता (बानो) की कथित धर्मनिरपेक्षता को पहचान लिया है !

कोलकाता (बंगाल) – चुनाव आयोग मुझे १० नोटिस भेज सकता है; लेकिन उसका एक ही उत्तर होगा । मैं हमेशा ही हिंदू और मुसलमानों के मतों के विभाजन के विरोध में बोलती रहूंगी । मैं धर्म के आधार पर मतदाताओं का विभाजन करने के विरोध में खडी रहूंगी, ऐसा वक्तव्य बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग के नोटिस पर मीडिया से बात करते समय कही । (नियमित मुसलमानों को पुचकारने वाली और हिंदू विरोधी कार्यवाहियां करने वाली ममता बनर्जी के इस वक्तव्य पर कौन विश्वास करेगा ? – संपादक) ‘मुसलमान मतदाता तृणमूल कांग्रेस को वोट दें’, ऐसा आवाहन ममता बनर्जी ने किया था । इस पृष्ठभूमि पर चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस भेजी है ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके भाषणों में हिंदू और मुसलमान मतपेटी का उल्लेख करते हैं । तब उनके विरोध में कोई शिकायत क्यों प्रविष्ट नहीं होती ? ऐसा प्रश्न ममता बनर्जी ने पूछा । नंदीग्राम में चुनाव के समय कुछ नेताओं ने ‘मिनी पाकिस्तान’ इस शब्द का प्रयोग किया था । उनके विरोध में कितनी शिकायतें प्रविष्ट हुईं ? ऐसा प्रश्न भी उन्होंने आयोग से पूछा । (‘मिनी पाकिस्तान’ यह शब्द ममता बनर्जी को इतना क्यों चुभता है ? जो सत्य है, उसे खुलेआम बताने में क्या गलत है ? – संपादक)