बांग्लादेश में हिन्दूु गांव पर कट्टरपंथी संगठन द्वारा आक्रमण : ८ मंदिर, ८० घरों में तोडफोड

कथित रूप से आपत्तिजनक फेसबुक पोस्‍ट के कारण आक्रमण !

  • केंद्र सरकार विदेशों में, विशेषकर इस्‍लामी देशों में हिन्‍दुओं की सुरक्षा के लिए कब कार्रवाई करेगी ?
  • क्‍या सोशल मीडिया पर हिन्‍दुओं द्वारा इस्‍लाम के बारे में कथित रूप से आपत्तिजनक पोस्‍ट किए जाने की बात कहकर हिन्‍दुओं पर आक्रमण करने के लिए कट्टरपंथियों का यह नया जिहाद है ?
  • देश में हर दिन धर्मांधों द्वारा हिन्‍दुओं के धर्म, देवताओं, धर्मग्रंथों आदि का अपमान किया जा रहा है, फिर भी हिन्‍दू कभी भी ऐसे कदम नहीं उठाते या कानून को अपने हाथ में नहीं लेते । किंतु, धर्मांध विश्‍व में कहीं भी हों, यदि उनके धर्म के विरुद्ध कुछ भी होता है, तो वे सीधे कानून हाथों में लेकर हिंसा का सहारा लेते हैं; यह एक बार फिर से देखा गया है !

     ढाका (बांग्‍लादेश) – १७ मार्च को, हिफ़ाज़त-ए-इस्‍लाम के हजारों कट्टरपंथियों ने बांग्‍लादेश के शाल्ला उप-जिले के सुमानगंज के नौगांव नामक हिन्‍दू गांव पर आक्रमण किया और हिन्‍दुओं के ८० घरों को नष्‍ट कर दिया । घटना की सूचना मिलने के उपरांत, गांव में एक बडी पुलिस टुकडी तैनात की गई है ।

१. १५ मार्च को देराई उप-जिले में आयोजित एक समारोह में हिफाजत-ए-इस्‍लाम के अमीर अल्लामा जुनैद बाबुनागुरई, संगठन के संयुक्‍त सचिव मौलाना मुफ्‍ती मामुनुल हक और संगठन के अन्‍य प्रमुख पदाधिकारी उपस्‍थित थे । मामुनुल हक ने अपने भाषण में नौगांव के एक हिन्‍दू युवक द्वारा कथित फेसबुक पोस्‍ट का उल्लेख किया था, जिसमें उसने मेरी आलोचना की ऐसा कहा ।

२. इस भाषण के दूसरे दिन, हिफाज़त के स्‍थानीय नेताओं ने हिन्‍दुओं द्वारा किए गए पोस्‍ट के विरोध में सुमानगंज में आंदोलन आरंभ कर दिया । इसके बाद १७ मार्च की सुबह काशीपुर, नाचिन, चांदीपुर और अन्‍य क्षेत्रों के कट्टरपंथियों ने नौगांव पर आक्रमण किया और हिन्‍दुओं के घरों में तोडफोड की ।

३. ‘ढाका ट्रिब्‍यून’ के अनुसार, गांव के कई हिन्‍दू परिवारों ने अपनी जान बचाने के लिए गांव छोड दिया है । कई हिन्‍दुओं के गांव छोडने के बाद, हिफ़ाज़त-ए-इस्‍लाम के समर्थकों ने गांव के कई घरों से सामान चुराया ।

४. बांग्‍लादेशी लेखिका तस्‍लीमा नसरीन ने भी ट्‍वीट कर प्रतिक्रिया दी । उन्‍होंने कहा, बांग्‍लादेश में इस्‍लामी सैनिकों ने सुमानगंज में एक हिन्‍दू गांव को ध्‍वस्‍त कर दिया । ऐसा होना बांग्‍लादेश में भी असामान्‍य नहीं है, ऐसी टिप्‍पणी करते हुए उन्‍होंने धर्मांध आक्रमणकारियों का छायाचित्र ट्‍वीट किया है । (१९.३.२०२१)