व्यापक विरोध के बाद, कर्नाटक में भाजपा सरकार ने ‘राम मंदिर क्यों नहीं ?’, इस पुस्तक के क्रय को बंद किया !

सरकारी पुस्तकालयों के लिए खरीदी जानी थी !

मूलत: आपने ऐसी पुस्तक खरीदने का फैसला कैसे किया ? यह प्रश्न है !

बैंगलोर (कर्नाटक) – राज्य में पुस्तकालयों के लिए के.एस. भगवान द्वारा लिखित पुस्तक, ‘राम मंदिर क्यों नहीं ?’ को खरीदने के फैसले को सरकार ने रद्द कर दिया है ।

राज्य के शिक्षा सचिव, सरेश कुमार ने कहा, “शिक्षा विभाग किसी भी तरह से लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली पुस्तकें नहीं खरीदेगा । मैं ऐसी किसी भी पहल को प्रोत्साहित नहीं करूंगा ।” एक ओर, सत्तारूढ दल श्री राम मंदिर के निर्माण के लिए राष्ट्रव्यापी धन एकत्रित करने का अभियान चला रहा है, वहीं दूसरी ओर, सरकार श्री राम पर विवादास्पद सूत्रों वाली पुस्तक खरीदने की प्रक्रिया के अंतिम चरण में पहुंच गई थी और हर लाइब्रेरी में इसकी एक प्रति उपलब्ध कराने वाली थी । इससे भाजपा में असंतोष पैदा हो गया था । पुस्तक में, ‘मनुष्य को मंदिर की क्या आवश्यकता है’, इस आशय का विवेचन है ।