३१ दिसंबर मनाना एक दिन का धर्मांतरण ही है ! – श्री. शंभू गवारे, पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत, हिन्दू् जनजागृति समिति

     हिन्‍दू राष्‍ट्र जागृति ‘ऑनलाइन बैठक’ में जागृत हिन्‍दूओं ने लिए १ जनवरी को नया वर्ष न मनाने की शपथ !

     कोलकाता (बंगाल) – पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत के झारखंड, बंगाल, असम, मेघालय और त्रिपुरा, इन राज्‍यों के धर्मनिष्‍ठ हिन्‍दुत्‍ववादी लोगों के लिए ‘ऑनलाइन बैठकों’ का आयोजन किया गया ! बैठक में समिति के श्री. सुमंतो देबनाथ ने ३१ दिसंबर को हो रहे अनाचार तथा १ जनवरी को नया वर्ष मनाने के दुष्‍परिणामों से लोगों को अवगत किया ! हिन्‍दुओं का नववर्ष ‘चैत्र शुक्‍ल प्रतिपदा’ अर्थात गुडी पडवा या पहला वैशाख को नया वर्ष मनाने का महत्त्व बताया ! बैठक में समिति के पूर्व एवं पूर्वोत्तर राज्‍यों के समन्‍वयक श्री. शंभू गवारे ने उपस्‍थितों को इस विषय में पूछने पर सभी ने उत्‍स्‍फूतर्ता से बताया कि ‘हम शपथ लेते हैं कि हम कभी भी नया वर्ष १ जनवरी को नहीं मनाएंगे और अन्‍यों का भी प्रबोधन करेंगे !’