भारत इसके लिए ८०० करोड रुपए खर्च कर रहा है
गांधीगिरी करनेवाले भारत ने ऐसा किया होता, तो भारत में आतंकवाद कब का नष्ट होकर पाकिस्तान के भी अनेक टुकडे हुए होते !
इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – भारत बलुचिस्तान में पाक-चीन आर्थिक महामार्ग नष्ट करने हेतु ८०० करोड रुपए खर्च कर रहा है । इसके लिए भारत के गुप्तचर संगठन ‘रॉ’ ने ७०० आतंकी तैयार किए हैं । पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और पाकिस्तान की सेना ने यह आरोप लगाया है ।
पाक का नया राग, CPEC को तबाह करने के लिए भारत ने दिये 80 अरब रुपये, खड़ी की आतंकियों की फौज#ShahMahmoodQureshi #Pakistan #RAW #CPEC #NarendraModi https://t.co/RpoJcO9FV8
— Prabhat Khabar (@prabhatkhabar) November 14, 2020
कुरैशी ने कहा है कि भारत ने गिलगिट-बाल्टिस्तान में वहां के चुनाव से पहले राष्ट्रवाद को प्रोत्साहन देने का प्रयास चलाया है । वहां के चुनाव संपन्न होने के उपरांत भी भारत का उद्देश्य अच्छा नहीं है । भारत अपनी भूमि का उपयोग पाकिस्तान में आतंक फैलाने के लिए कर रहा है । केवल इतना ही नहीं, अपितु वह पाकिस्तान पर आक्रमण करने के लिए अफगानिस्तान की भूमि का उपयोग कर रहा है । इस कारण से आनेवाले समय में पाकिस्तान में आतंकी आक्रमण बढ सकते हैं । भारत संयुक्त राष्ट्रसंघ, विएना संधि और अन्य ३ अंतरराष्ट्रीय समझौतों का उल्लंघन कर रहा है । भारत पाकिस्तान को ‘एफएटीएफ’ के द्वारा (‘फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स’ के द्वारा) काली सूची में डालने के लिए भी दबाव डाल रहा है ।
(कहते हैं) ‘भारत ने पाकिस्तान में इस्लामिक स्टेट की शाखा की स्थापना की है !’ – पाकिस्तानी सेना का आरोप
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने यह आरोप लगाया है कि पाकिस्तान में हो रहे आतंकी आक्रमणों में भारत का हाथ है । भारत पाकिस्तान के बलुचिस्तान में बलुचिस्तान लिबरेशन आर्मी, बलुचिस्तान रिपब्लिक आर्मी और तहरीक-ए-तालिबान जैसे आतंकी संगठनों को सहायता दे रहा है । अफगानिस्तान स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी राजेश ने पाकिस्तान के कराची, लाहौर आदि बडे शहरों में आतंकी आक्रमण करने की योजना बनाई है । ये आतंकी संगठन भारत की सहायता कर रहे हैं । इस अभियान का नाम ‘दायश पाकिस्तान’ रखा गया है ।