निर्वाणी अखाडे के प्रमुख धर्मदास महंत का केंद्र सरकार को कानूनी नोटिस
नई देहली – निर्वाणी अखाडे के प्रमुख महंत धर्मदास ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को नोटिस भेजकर श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास की स्थापना पर प्रश्न उठाए हैं । उन्होंने आरोप लगाया है कि न्यास की स्थापना सर्वाेच्च न्यायालय के दिशानिर्देशों के अनुसार नहीं हुई है । यह न्यास अवैध है और उसमें अनेक त्रुटियां हैं । वर्तमान न्यास में मनमानी चल रही है ।
१. महंत धर्मदास ने गृह मंत्रालय को भेजे नोटिस में यह चेतावनी भी दी है कि सुधार लाने की आवश्यकता है । सरकार यदि नोटिस मिलने के २ महीने उपरांत भी कोई कार्यवाही नहीं करेगी, तो इस संदर्भ में सर्वाेच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की जाएगी ।
२. नोटिस में महंत धर्मदास ने यह प्रश्न उठाया है कि यदि सभी संपत्ति भगवान की है, तो भगवान को न्यास में क्यों नहीं सहभागी किया गया ? इससे पहले मिले अर्पण को वर्तमान न्यास में क्यों नहीं दिखाया गया है ?
३. महंत धर्मदास ने आगे जाकर यह भी आरोप लगाया है कि न्यास में ऐसे लोगों को सहभागी कर लिया गया है, जिनका श्रीराममंदिर आंदोलन के साथ किसी भी प्रकार का संबंध नहीं है । जो लोग वर्ष १९४९ के आंदोलन में सहभागी थे, उन्हें न्यास में उचित स्थान नहीं दिया गया है; परंतु जो लोग वर्ष १९८९ के उपरांत आंदोलन में सहभागी हुए, उन्हें महत्त्व दिया गया है । इससे यह स्पष्ट है कि सरकार के साथ राजनीतिक संबंध रखनेवालों को न्यास में महत्त्वपूर्ण स्थान दिया गया है !