हरियाणा के मुसलमान बहुसंख्यक मेवात में सरकारी ‘डीएड’ पाठ्यक्रम के लिए मुसलमानों को ५० प्रतिशत आरक्षण
भाजपाशासित राज्य में ऐसा होना हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं है ! मेवात के अधिकतर मुसलमान धर्मांतरित हिन्दू हैं । उन्हें हिन्दू धर्म में वापस ले आने हेतु विहिंप और अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को प्रयास करने चाहिए और भाजपा सरकार को सभी प्रकार से उनकी सहायता करनी चाहिए, यह भी हिन्दुओं की अपेक्षा है !
मेवात (हरियाणा) – राज्य के मुसलमान बहुसंख्यक मेवात जनपद के एक समाचारपत्र में एक विज्ञापन प्रकाशित हुआ है । यह विज्ञापन ‘डीएड’ (डिप्लोमा इन एज्युकेशन) की शिक्षा के संदर्भ में है तथा इसे मेवात विकास निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने प्रकाशित किया है । इसमें कुल ५० स्थानों के लिए आवेदन मांगे गए हैं । उनमें से ५० प्रतिशत अर्थात २५ स्थान केवल मुसलमान (धर्मांतरित राजपूतों को ‘मेव मुसलमान’ कहा जाता है ।) महिलाओं और युवतियों के लिए आरक्षण रखा गया है । यह विज्ञापन विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने ट्वीट किया है । उसमें उन्होंने कहा है, ‘‘मेवात में डीएड प्रवेश के लिए ५० प्रतिशत स्थान मुसलमानों के लिए आरक्षित ? मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर का यह अति है ! बहुसंख्यक भी अल्पसंख्यक हो सकते हैं ? धर्मांतरित हिन्दुओं को धर्म के आधार पर आरक्षण और वह भी भाजपाशासित राज्य में ?’, इन शब्दों में अपना क्षोभ व्यक्त किया है ।
१. बंसल ने आगे जाकर नूंह के उपायुक्त से यह प्रश्न पूछा है कि ‘क्या मेवात विकास निगम ‘मुसलमान विकास निगम’ है? केवल और केवल मुसलमानों का ही विकास ? क्या आपको यह विज्ञापन संविधानविरोधी, अनैतिक और हिन्दूद्रोही नहीं लगता ? इस जनपद में हिन्दू पहले से ही पीडित हैं और ऐसे में क्या यह उन पर नया आक्रमण नहीं है ?
२. इस संदर्भ में सरकारी अधिकारी ने बताया कि वर्ष २००५ से यह योजना चल रही है । अन्य जनपदों की तुलना में मेवात पिछडा हुआ जनपद होने से यहां यह नियम लागू किया गया है । इस जनपद को मुख्य धारा में लाने हेतु मेवात विकास निगम की स्थापना की गई है ।