फ्रांस जैसे देश में धर्मांधों द्वारा हिंसा भडकाए जाने पर उसे ध्वस्त करने हेतु कठोर कदम उठाए जाते हैं; परंतु भारत में पुलिस और प्रशासन की ओर से इस प्रकार के कठोर कदम उठाते दिखाई नहीं देता, इसे ध्यान में लें !
पेरिस (फ्रांस) – मैं मुसलमानों का सम्मान करता हूं । मैं यह समझ सकता हूं कि मोहम्मद पैगंबर का व्यंगचित्र बनाए जाने पर वे आहत हैं; परंतु ऐसा होते हुए भी इसकी प्रतिक्रिया के रूप में हिंसा सहन नहीं की जा सकती । फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रोन ने ऐसा प्रतिपादित किया । पिछले कुछ दिनों में मोहम्मद पैगंबर के व्यंगचित्र के कारण भडकी हिंसा के संदर्भ में वे एक समाचारवाहिनी से ऐसा बोल रहे थे ।
French President Emmanuel Macron in a very bold message said that he understands the anger of Muslims but in no condition it can be an excuse for this barbaric violence #France has witnessed. France won't bow down to these extremists ever. #NiceAttack pic.twitter.com/q0xY4zfRM0
— TEAM BHARAT (@TeamBharat_) November 2, 2020
इमैन्युअल मैक्रोन ने कहा कि इस पूरे प्रकरण को अयोग्य दृष्टि से देखा जा रहा है । मैं पैगंबर के व्यंगचित्र का समर्थन नहीं करता; परंतु ऐसा होते हुए भी देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा की जाएगी । इसमें व्यंगचित्र छापना भी अंतर्भूत है ।