क्या इन होटल व्यवसायियों को नवरात्रि पर भोजन साझा करने के लिए गरीब भारतीय या पाकिस्तानी शरणार्थी हिन्दू नहीं मिलते ?, इसका ध्यान रहे ! इसीलिए भारत घुसपैठियों का अड्डा बन गया है ।
नई देहली – देहली में ‘द मार्केट प्लेस’, ‘जोश-द-हाई एनर्जी’ और ‘स्वागत रेस्टो बार’ जैसे होटलों के मालिक नवरात्रि की रात में जसोला स्थित झुग्गियों में रहने वाले घुसपैठिए रोहिंग्या मुसलमानों को नि:शुल्क भोजन वितरित कर रहे हैं ।
१. जोश-द-हाई एनर्जी होटल के मालिक शिवम सहगल ने कहा कि भोजन का कोई धर्म या संस्कृति नहीं होती । इससे कोई अंतर नहीं पडता कि हम किसे दे रहे हैं । उत्सव का आनंद बांटने का यह एक निमित्त है । गरीबों को भोजन कराने से उनका आशीर्वाद मिलता है ।
२. स्वागत रेस्ट्रो बार के संस्थापक वरुण आहूजा ने कहा यह भारतीय संस्कृति का ही एक हिस्सा है । मैं पिछले कुछ वर्षों से भोजन दे रहा हूं ।
३. रोहिंग्या मुसलमान मोहम्मद शिराजुल्लाह ने कहा कि भारत में म्यांमार की तुलना में अधिक सुविधाएं मिल रही हैं । कोरोना काल के दौरान लोगों ने भोजन, तेल, साबुन, शैम्पू आदि दिए ।
४. आज तक, किसी ने हमारे पहचान पत्र या किसी भी दस्तावेज की मांग नहीं है, उस्मान ने कहा । भारत हमारी मदद कर रहा है । हम उनके आभारी हैं । (दस्तावेजों की मांग न करने का अर्थ घुसपैठियों की मदद करना है ! इसके लिए वे भारत को धन्यवाद तो देंगे ही ! यह भारतीय प्रशासन, पुलिस और सरकारी एजेंसियों के लिए लज्जास्पद है ! – संपादक)