भारतीय हिन्दी श्रंखला का भाषांतर कर तुर्की भाषा में प्रसारण करते समय हिन्दू देवताओं की मूर्ति को धूमिल किया जा रहा है !

 तुर्किस्तान के ‘कानल ७’ चैनल का हिन्दूद्वेष !

  • श्रंखला में हिन्दू देवताओं की मूर्तियों को देखने की इच्छा न रखनेवाले तुर्की लोग कभी सर्वधर्मसमभाव दिखाएंगे क्या ? हिन्दू ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ कहते हैं; किंतु धर्मांध ऐसा कहते हैं क्या ?
  • भारत में हिन्दू अन्य धर्मियों के प्रतीक, चिन्ह, नाम आदि धर्मनिरपेक्षता की आड में स्वीकारते हैं; किंतु धर्मांध यह स्वीकार नहीं करते हैं, यह ध्यान में रखना होगा !

नई देहली – हिन्दू श्रंखला ‘साथ निभाना साथिया’ तुर्की भाषा में भाषांतर कर ‘मासूम’ नाम से प्रसारित की जा रही है । तुर्किस्तान के ‘कानल ७’ इस चैनल द्वारा यह श्रंखला प्रसारित करते समय हिन्दुओं के धार्मिक चिन्ह और देवताओं की मुर्तियों का भाग धूमिल किया गया है । एक प्रसंग में राधा और श्रीकृष्ण की मूर्ति दूर है, ऐसा दिख रहा है । तुर्की भाषा में प्रसारित करते समय मूर्ति दिखने का भाग धूमिल किया गया है । तुर्किस्तान के मुसलमानों को यह देखना न पडे; इसलिए ऐसा किया गया है । यह प्रसंग सामने सामने आने पर सामाजिक माध्यमों से आपत्ति दर्शाई जा रही है ।